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हमारे पेट्रोल पम्प पर कुलदीप सिंह शेखावत, गट्टू शेखावत व पूरण सिंह शेखावत कर्मचारी काम करते है। उसने बताया कि 25 मई की रात्रि 11 बजे करीब मेरे पिताजी बनवारीलाल पेट्रोल पम्प से घर आ गए थे। दूसरे दिन अल सुबह एक बजे करीब पेट्रोल पम्प पर खाटूश्यामजी की तरफ से कार आई, जिसमें बैठे करीब पांच व्यक्तियों ने कर्मचारियों को पेट्रोल डालने के लिए कहा मगर कर्मचारी कुलदीप ने पेट्रोल डालने से मना कर देने पर उक्त गाड़ी बाय की तरफ चली गई।
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इसी दौरान बाय की तरफ से एक स्विफ्ट डिजायर कार आई जिसके आगे-पीछे की नम्बर प्लेटों पर टेप लगी हुई थी। जिसमें दो आदमी बैठे थे। गाड़ी में से एक आदमी उतर कर कुलदीप के पास आ गया, जो उस समय सो रहा था। उक्त व्यक्ति ने रिवाल्वर निकाल कर कुलदीप पर पिस्तौल तानकर डरा-धमका कर गाड़ी में डीजल डालने व ऑफिस की चाबी नहीं देने पर गोली मार देने की धमकी दी। इसी दौरान पहले वाली कार वापस पेट्रोल भरवाने आ गई। दूसरा आदमी कार वालों की तरफ चला गया।
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कर्मचारी कुलदीप ज्यों ही स्विफ्ट डिजायर कार की तरफ गया तो उसकी नम्बर प्लेटों पर लगी टेप को देखकर शंका होने पर उसने मौका देखकर टेप को हटाकर स्विफ्ट डिजायर कार की नम्बर प्लेट पर नम्बर देखे। पीछे से कुलदीप को रिवाल्वर निकालकर डराने वाले बदमाश ने ऑफिस के अंदर घुसकर पेट्रोल-डीजल की बिक्री के नगद रुपए बीस हजार रुपए गल्ले से निकालकर जाते समय कुलदीप को पुलिस को बताया तो गोली मार देकर स्विफ्ट डिजायर कार में बैठकर बिना डीजल डलवाये खाटूश्यामजी की तरफ फरार हो गए।
लूट के बाद बदमाशों ने चालक से नगदी और मोबाइल छीना
पंप मालिक सुनिल कुमावत के अनुसार पंप पर हुई घटना के बाद अल सुबह दो बजे करीब पंप पर एक इनोवा गाड़ी जिसके नम्बर आरजे 14 टीए 4100 आयी। जिसके चालक ने पंप कर्मचारी कुलदीप को बताया कि एक स्विफ्ट डिजायर कार में दो जनों ने रिवाल्वर दिखाकर मेरे को डरा धमकाकर मेरा मोबाइल फोन तथा नगदी रूपये छीनकर ले गये। पीडि़त सुनिल ने बताया कि लुटेरों के डर से पंप के कर्मचारियों ने हमें सूचना नहीं दी। उक्त सभी घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गए जो पीडि़त ने पुलिस को सौंप दी है। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर घटना स्थल का मौका मुआयना कर एवं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लुटेरों की तलाश में जुट गई है।