धोरों के लाल ने कर दिया कमाल, पूरे प्रदेश में छठी रैंक, पढि़ए पूरी कहानी
द्वितीय श्रेणी वरिष्ठ अध्यापक शिक्षक भर्ती में यादव ने हासिल की छठी रैंक

सीकर. यदि मन में सफलता हासिल करने का जुनून हो तो मुसीबत खुद राह से हट जाती है। यह साबित कर दिखाया है सीकर के कालियावास (कावंट) निवासी नरेन्द्र यादव ने। यादव ने राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित द्वितीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा की राज्यस्तरीय मेरिट सूची में छठी रैंक हासिल की है। उन्होंने पत्रिका से खास बातचीत में बताया कि वह नियमित रुप से आठ से दस घंटे पढ़ाई करता है। मन में शुरू से ही सपना था कि मुझे शिक्षक बनना है। इसके बाद से लगातार प्रयासरत था। पिछले साल रीट भर्ती में महज तीन अंकों से चयन से वंचित हो गए। लेकिन मन में हार नहीं मानी। इसके बाद लगातार सफलता के लिए जुटे रहे। उन्होंने सीकर के प्रयास कोचिंग के जरिए पढ़ाई की। उन्होंने सफलता का श्रेय परिजनों व शिक्षकों को दिया है। यादव का अगला लक्ष्य राजस्थान प्रशासनिक सेवा में सफलता हासिल करने का है। प्रयास टीम के एक्सपर्ट का शुक्रिया करते हुए यादव ने कहा कि इसमें टेस्ट सीरिज का अहम रोल रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षक महिपाल सिंह ने करंट जीके के साथ आत्मबल बढ़ाने में अहम रोल अदा किया।
अभ्यर्थियों के लिए यह टिप्स
अभ्यर्थी को खुद को अपने उपर सफलता हासिल करने का भरोसा होना चाहिए। सफला के लिए सबसे पहले क्लास में नियमित होना जरूरी है। जिस दिन क्लास में जो टॉपिक पढ़ाया जाए उसे उसी दिन घर आकर याद करें, यदि किसी तरह का संशय हो तो अगले दिन जाकर पूछ लें। नोट्स बनाकर पढऩे की आदत जरूर होनी चाहिए। यदि एक बार असफलता मिले तो उससे निराश होने के बजाय लगातार अपने लक्ष्य के लिए प्रयास करने चाहिए।
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