लॉकडाउन ने कर दिया घरों में लॉक
कोरोना की वजह से पूरे प्रदेश में लॉकडाउन जारी है। ऐसे में प्रेमी जोड़ों के घरों से भागने के मामले भी पूरी तरह थम गए हैं। पहले प्रदेशभर मे रोजाना औसतन 10 से 17 मामले प्रेमी जोड़ों के भागने के दर्ज होते थे।
कलक्टर कार्यालय: एक महीने बाद देता है प्रमाण पत्र
कोर्ट मैरिज करने वालों को प्रमाण पत्र जारी करने के लिए जिला कलक्टरों को सरकार ने अधिकृत किया हुआ है। वर व वधू के बालिग होने पर कोई भी कलक्टर कार्यालय में आवदेन कर सकता है। इसके बाद कलक्टर कार्यालय की ओर से एक महीने का समय आपत्ति मांगने के लिए दिया जाता है। इस दौरान कोई आपत्ति आती है तो उसको सुन लिया जाता है। आपत्ति नहीं आने की सूरत में एक महीने बाद प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है।
अंतरजातीय विवाह पर पांच लाख का अनुदान
प्रदेश में अंतरजातीय विवाह पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से पांच लाख रुपए का अनुदान दिया जाता है। विभाग की ओर से आवेदन की स्वीकृति मिलते ही ढाई लाख रुपए का चेक दिया जाता है। इसके बाद ढाई लाख रुपए की एफडी कराई जाती है।
कोई आवेदन नहीं आया
अंतरजातीय विवाह योजना के आवेदन ऑनलाइन है। लेकिन लॉकडाउन अवधि में कोई भी आवेदन नहीं आया है। यदि कोई दावा प्रस्तुत करेगा तो उसकी जांच कर अनुदान दिलाने की भी कोशिश की जाएगी।
अशोक बैरवा, सहायक निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, सीकर