शहर के मध्य राधाकिशनपुरा रेलवे फाटक के पास बने मकान में गुरुवार रात को घर पर खाना बनाते समय सिलेण्डर ने अचानक आग पकड़ ली। इस दौरान परिवार के लोगों की सूझबूझ के कारण आधा घंटे बाद ही आग पर काबू पा लिया। वरना गैस एजेंसी के पास बने मकान में आग फैलने से पूरा क्षेत्र धमाकों से दहल जाता। हालांकि इसके बाद भी प्रशासन ने सुध नहीं ली। परिवार के लोगों का आरोप है कि आग लगने के दौरान फायर स्टेशन पर भी फोन लगाते रहे, लेकिन वहां से भी कोई जवाब नहीं मिल पाया।
रात नौ बजे अचानक लगी आग
राधाकिशपुरा में भारत गैस की अधिकृत गैस एजेंसी के गोदाम के पास गुरुवार रात करीब नौ बजे संजय अग्रवाल के घर में उसकी पत्नी उषा गैंस चूल्हे पर खाना बना रही थी। इसी दौरान अचानक सिलेण्डर ने आग पकड़ ली। सिलेण्डर से आग की लपटें देखकर परिवार के लोग सकते में आ गए। परिवार के सदस्यों के आवाजें सुनकर आस-पास के लोग भी एकत्रित हो गए।
गैस गोदाम के पास आग से घबराए लोग
सिलेण्डर में आग से एकबारगी अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इस दौरान गैस एजेंसी का गोदाम पास में होने से वहां एकत्रित लोग भी घबरा गए। सिलेण्डर को मकान से बाहर लाने के लिए मोहल्ले के लोगों ने मना कर दिया। बाद में सिलेण्डर को मकान की दूसरी मंजिल की छत पर जलते हुए लेकर जाया गया। वहां गीला कपड़ा व मिट्टी डालकर आग को बुझाया गया। आग से संजय के रसोई में भी नुकसान हुआ है।
बुधवार को लाए थे नया सिलेण्डर
संजय अग्रवाल के घर पर बुधवार दोहपर में सिलेण्डर खत्म होने पर नया सिलेण्डर बदला गया था। ऐसे में यह भी आशंका जताई जा रही है कि नए सिलेण्डर में ही कोई लिकेज हो सकती है। हालांकि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।