जबकि शांतिपूर्वक तरीके से हम धरने पर बैठे है। पेमाराम ने कहा कि जब तक बच्चियों और निर्दोष लोगों से मारपीट किए जाने वाले दोषी पुलिसकर्मी सस्पेंड नहीं किए जाते है। कलक्ट्रेट के बाहर महापड़ाव जारी रहेगा। बुधवार को झुंझुनूं और चूरू से भी माकपा कार्यकर्ता महापड़ाव में शामिल हुए। छात्र संगठन एसएफआई के कार्यकर्ता भी महापड़ाव में शामिल होने के लिए पहुंचे। छात्रसंघ चुनावों ( Student Union Election ) में कॉलेज प्रशासन की मिलीभगत से मतगणना में धांधलेबाजी कराई गई। एसएफआई की छात्रा को एक वोट से हरा दिया गया,जबकि वह 17 वोटों से जीत रही थी। उन्होंने कहा कि हमारी केवल यहीं मांग थी कि वीडियोंग्राफी करवाकर दोबारा से एक-एक वोट की मतगणना कराई जाएं। इसके बावजूद निर्दोष छात्र व छात्राओं पर लाठीचार्ज करवाया गया। माकपा के आफिस में घुसकर पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से कार्यकर्ता और छात्रों को मारापीटा।
सीकर में माकपा के महापड़ाव का आज तीसरा दिन, 700 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
बाहर से आने वाले छात्रों को हो रही परेशानी
सीकर में बाहर से सैंकडों की संख्या में छात्र कोचिंग व स्कूलों में पढऩे के लिए आते है। कलेक्ट्रेट के बाहर पिछले तीन दिन से माकपा की ओर से चल रहे धरने के कारण स्कूल व कॉलेज में पढऩे वाले छात्रों को परेशानी हो रही है। सीकर में अधिकतर कोचिंग पिपराली और नवलगढ़ रोड पर है। ऐसे में रास्ता बंद होने से छात्रों को रेलवे की पटरियों को पैदल ही पार कर जाना पड़ रहा है। इससे छात्रों का काफी समय बर्बाद हो रहा है। शहर में ऑटो भी नहीं चल रहे है। इससे छात्रों के पैदल ही कोचिंग के लिए जाना पड़ता है।
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निर्दोष लोगों के खिलाफ मुकदमे वापस लें
अमराराम ने कहा कि पुलिस ने निर्दोष लोगों के खिलाफ रास्ता जाम करने व 144 के उल्लघंन का मुकदमा दर्ज कर लिया है। सरकार द्वेषतापूर्ण कार्यवाही कर रही है। इससे पहले भी लाठीचार्ज और चक्काजाम के दौरान लोगों के खिलाफ दर्जनों मुकदमें दर्ज कर लिए गए थे। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सभी लोगों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमें वापिस लिए जाए।