सीकर

खंडहर हवेली में लटका मिला नर कंकाल, जांच में खुला ये राज

राजस्थान के सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ कस्बे की आत्माराम बेडिय़ा की खंडहरनुमा हवेली में शुक्रवार को एक नरकंकाल ने हड़कंप मचा दिया था।

सीकरJan 17, 2021 / 10:01 pm

Sachin

खंडहर हवेली में लटका मिला नर कंकाल, जांच में खुला ये राज

सीकर/लक्ष्मणगढ़. राजस्थान के सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ कस्बे की आत्माराम बेडिय़ा की खंडहरनुमा हवेली में शुक्रवार को एक नरकंकाल ने हड़कंप मचा दिया था। जिसके राज से पुलिस ने दो दिन में ही पर्दा उठा दिया है। नरकंकाल सात महीने पुराना होना सामने आया है। जो स्थानीय निवासी रामनिवास कामड़ का था। मामले के जांच अधिकारी राजेश सिहाग ने बताया कि हवेली से मिला नरकंकाल कस्बे के ही वार्ड संख्या ५ (पुराना) निवासी रामनिवास कामड़ (४५ वर्ष) का था। जो पिछले साल १८ जून को घर से निकला था। उसके बाद से घर नहीं लौटा था। काफी प्रयास के बाद भी नहीं मिलने पर परिजनों ने ११ जुलाई को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लक्ष्मणगढ़ पुलिस थाने में दर्ज कराई थी। जिसकी तलाश जारी थी। सिहाग ने बताया कि जब हवेली में नर कंकाल मिलने की जानकारी मिली तो पुलिस ने सबसे पहले क्षेत्र के गुमशुदा लोगों की सूची बनाकर उस दिशा में जांच शुरू की। जिसमें उन्हें कंकाल रामनिवास का होने का शक हुआ। इस पर पुलिस उसके भाई बीरबल, चाचा शीशपाल तथा महिलाओं को मौके पर लेकर गई तथा कंकाल के पास मिला शर्ट व चप्पलें दिखाई। जिन्हें परिजनों ने पहचान लिया। इस पर नर कंकाल रामनिवास का होने की पुष्टि हो गई। शिनाख्त के बाद पुलिस ने अंतिम संस्कार के लिए कंकाल को परिजनों से सुपुर्द कर दिया।

ये था मामला
लक्ष्मणगढ़ कस्बे की आत्माराम बेडिय़ा की पुरानी हवेली है। जो लंबे समय से सूनी होने से खंडहरनुमा हो चुकी है। इसी हवेली में शुक्रवार को नरकंकाल फांसी के फंदे पर झूलता मिला था। जिसकी सूचना पर कस्बे में हड़कंप मच गया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम करवाया तथा एफएसएल की टीम ने भी जांच के लिए मौके से साक्ष्य जुटाये। इसी बीच जांच में नरकंकाल रामनिवास का होना सामने आया। बताया जा रहा है कि मृतक रामनिवास नशे का आदी था। उसकी पत्नी १५ साल पहले ही उसे छोड़कर अपने पीहर बल्डासर (सरदारशहर) चली गई।

Home / Sikar / खंडहर हवेली में लटका मिला नर कंकाल, जांच में खुला ये राज

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.