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इससे साफ है शिक्षा को लेकर हर तबका आगे आ रहा है। खान ने बताया कि उसके माता-पिता मरहूम शकीना बानो व रसूल खान की दिली इच्छा थी कि गांव के स्कूल में बच्चों को बेहतरीन शिक्षा मिले, इसीलिए उनके सपनों को पूरा करने के लिए स्कूल में अपने स्तर पर विकास कार्य शुरू करवाए गए है। खान ने इस मौके पर अन्य सुविधाओं के लिए सहयोग करने का आश्वासन भी दिया। इससे पहले संस्था प्रधान विनीत डोटासरा के नेतृत्व ग्रामीणों व स्टाफ सदस्यों की ओर से भामाशाह परिवार के सदस्यों का नागरिक अभिनंदन किया गया। महेन्द्र शर्मा व नरेन्द्र सोनी ने सभी का आभार जताया। इस मौके पर शब्बीर खान पूननी, ईशाक खान, सांवरमल शर्मा, हकीम खान, नानूराम शर्मा, जीवण खान, पूर्व सरपंच नारायण सिंह सहित अनेक ग्रामीणजन उपस्थित थे।
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इनका कहना है-
देश में वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए पूननी गांव हिन्दू-मुस्लिम एकता की पूरे देश में एक मिसाल है। बच्चों को शुरू से ही हम अच्छी शिक्षा देंगे तो निसंदेह यह देश के लिए गौरव की बात होगी। गांव के हिन्दू व मुस्लिम संप्रदाय के लोग एक जाजम पर बैठकर जब स्कूल के विकास की चर्चा करते है तो मन को बड़ा सुकून मिलता है।
विनीत डोटासरा- प्रधानाध्यापक