15 दिन का आइसोलेशन पूरा कर जुटे काम में
दोनों भाइयों ने बताया कि एक ओर तो काम शुरू नही हो रहे वहीं कोरोना को लेकर डर भी सता रहा है। ऐसे में ज्यादातर प्रवासी लौट आए हैं। कोरोना के डर में अब लोग फिर से बाहर नहीं जाना चाहते। ऐसे में जब वह भी महाराष्ट्र से वापस लौटे तो उन्होंने भी पहले तो 15 दिन का होम क्वारेंटाइन पूरा किया। फिर मिलकर अपना खेती का पुराना काम ही शुरू करना तय कर लिया। अब दोनों भाई मिलकर खेत में गोबर की खाद आदि डालकर खेत को तैयार कर रहे है। बरसात होने के बाद खेत की बीजाई कर खेत में ही काम कर परिवार की जरूररतें पूरी करेंगे। इन्हें देखकर गंाव में पहुंचे ओर भी प्रवासियों को परिवार के साथ रहकर आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा मिल रही है। ज्यादातर लोग खेती व अन्य परंपरागत व्यवसाय से जुडऩे लगे हैं।