खेत के काम से परेशान
बाल कल्याण समिति की काउंसलिंग में नाबालिग ने बताया कि वह नौवीं कक्षा में पढ़ती है। उनके खेत में लावणी का काम चल रहा था। जहां घरवालों ने उससे काम करवाने के लिए कहा। ऐसे में वह काम के डर के कारण चुपचाप बिना बताए घर से निकल गई। और अपने ननिहाल चली गई। बाद में वह रास्ता भूल गई थी। बाद में पुलिसकर्मी उसे लेकर आए। उसे कोई भी बहला फुसलाकर नहीं ले गया था। उसके साथ कोई भी गलत काम नहीं हुआ था।
मामा का बेटा गायब हुआ तो हुआ शक
नाबालिग के घर से गायब होने के बाद पिता ने पुलिस ने मामला दर्ज कराया था। जिसमें उसने मामा के बेटे पर अपहरण का संदेह जताया। रिपोर्ट में लिखा था कि नाबालिग घर में सो रही थी। उसके मामा का लड़का घर पर ही था। वह सुबह उठा तो मामा का लड़का नहीं मिला और बेटी भी नहीं मिली। उन्होंने आसपास में काफी तलाश किया। रिश्तेदारों से भी पूछा। लेकिन, वह कहीं नहीं मिले। इसके बाद उन्होंने थाने में पहुंच कर मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने 24 घंटे के दौरान नाबालिग को बरामद कर लिया।