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मोदी सरकार ने उद्योगपतियों के लिए बेचा देश- प्रकाश करात

locationसीकरPublished: Oct 31, 2021 08:54:04 pm

Submitted by:

Sachin

माकपा का 23वां राज्य स्तरीय सम्मेलन रविवार को जयपुर रोड स्थित विवाह स्थल में शुरू हुआ।

मोदी सरकार ने उद्योगपतियों के लिए बेचा देश- प्रकाश करात

मोदी सरकार ने उद्योगपतियों के लिए बेचा देश- प्रकाश करात

सीकर. माकपा का 23वां राज्य स्तरीय सम्मेलन रविवार को जयपुर रोड स्थित विवाह स्थल में शुरू हुआ। वरिष्ठ नेता हेतराम बेनीवाल ने झंडारोहण व शहीद वेदी पर पुष्पांजलि अर्पण से शुरू हुए सम्मेलन में माकपा के पूर्व महासचिव व पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के बड़े उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। जिन्हें फायदा पहुंचाने के लिए देश को भी बेच रही है। उन्होंनेे कहा कि आरएसएस व भाजपा ने देश के चंद कारपोरेट घरानों के साथ गठजोड़ कर हिंदुत्व को आम जनता पर थोपने की नीति बना रखी है। कोरोना महामारी में जब आम जीवन को बचाना था, उस वक्त नए कृषि कानून लाकर व 44 श्रम कानूनों को रद्द कर चार लेबर कोड पारित कर किसानों व मजदूरों पर कुठराघात किया। बोले, पिछले ग्यारह महीनों से देश का किसान दिल्ली बॉर्डर पर मोर्चा लगाए बैठा है लेकिन मोदी सरकार अपनी हठधर्मिता की वजह से हल नहीं निकल पा रहा। करात ने कहा कि केंद्र सरकार एयरलाइन, रेलवे, कोयला,बैंक बीमा सहित सबका निजीकरण करने में लगी है। यहां तक की देश की सेना के लिए हथियार बनाने वाले आयुध कारखानों तक के निजीकरण का फैसला कर लिया है । जिसके खिलाफ देश की आयुध फैक्ट्रियों के मजदूरों में आक्रोश है। कोविड-19 से देश में हुई मौतों पर करात ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि आजादी के बाद बनने वाली तमाम सरकारों ने चिकित्सा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए और आज भी चिकित्सा क्षेत्र के लिए जीडीपी का महज एक प्रतिशत हिस्सा ही खर्च किया जाता है। उन्होंने देश में चिकित्सा क्षेत्र में केरल मॉडल लागू करने की बात भी कही।


मोदी का नारा- चंद का विकास, सबका विनाश
माकपा के केंद्रीय नेता हन्नान मौला ने राष्ट्रीय सेवक संघ पर निशाना साधा। कहा कि दो सौ साल तक चली आजादी की लड़ाई में आरएसएस का एक भी कार्यकर्ता शामिल नहीं हुआ। इसलिए उनका आजादी के इतिहास में कोई नाम नहीं है। आज समाज का हर तबका किसान, मजदूर, विद्यार्थी, नौजवान और महिलाएं पीडि़त है। चंद पूंजीपति खुशियां मना रहे हैं। खाने का तेल 40 रुपए से 200 रुपए प्रति लीटर व रसोई गैस सिलेंडर तीन सौ नब्बे से एक हजार रूपए हो गया है। चंद घरानों का विकास और सबका विनाश, मोदी सरकार का नारा बन चुका है।


250 से ज्यादा प्रतिनिधी शामिल
तीन दिवसीय सम्मेलन में प्रदेशभर के 250 से ज्यादा प्रतिनिधी व स्थानीय कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं। जिनका पार्टी राज्य सचिव अमराराम की ओर से स्वागत करते हुए सम्मेलन की रूपरेखा पर प्रकाश डाला गया। सम्मेलन का खुला सत्र बृजेंद्रसिंह मील की अध्यक्षता में हुआ । पार्टी जिला सचिव किशन पारीक ने विभिन्न जिलों से आए हुए प्रतिनिधियों का स्वागत किया।

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