कहां कितनी बारिश दर्ज
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो बुधवार सवेरे 8:30 बजे दर्ज बारिश के अनुसार नागौर, जालौर, जोधपुर, जैसलमेर, प्रतापगढ़, सिरोही व भीलवाड़ा जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक बारिश जालोर केवीके, केसरपुरा में 224.5 एमएम दर्ज की गई है। वहीं मेड़ता सिटी, नागौर में 181, बालेसर, जोधपुर में 174, शेखला, जोधपुर में 135, भीनमाल, जालोर में 123, जालोर शहर में 107, ओसियां, जोधपुर में 100 और बिलाड़ा, जोधपुर में 94 एमएम बारिश दर्ज की गई।
परिसंचरण तंत्र का असर रहेगा
राजस्थान के ऊपर बना परिसंचरण तंत्र बुधवार को भी मध्य भागों पर दिखाई दे रहा है, जो सतह से 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव से जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, नागौर, पाली व जालौर जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश व एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। उधर, 28 जुलाई से बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे राज्य के उत्तरी भागों की ओर शिफ्ट होने की संभावना है और राजस्थान के शेष भागों से बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है।
बीसलपुर का जलस्तर 310.20 मीटर
जलसंसाधन विभाग की माने तो बीसलपुर बांध में पानी की आवक जारी है और बुधवार सवेरे तक जलस्तर बढ़कर 310.20 आरएल मीटर तक पहुंच गया है। उधर, बांध के भराव क्षेत्र में त्रिवेणी 4.20 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है, जिसके चलते शाम तक बांध में पानी की आवक शुरू हो जाएगी। हालाकि भराव क्षेत्र में बारिश बंद होने से त्रिवेणी की ऊंचाई लगातार कम हो रही है। यदि बुधवार दोपहर तक भराव क्षेत्र में अच्छी बारिश होती है तो बांध में पानी की आवक तेजी से बढ़ेगी और जलस्तर में आधा मीटर तक इजाफा हो सकता है।
शेखावाटी में बारिश के आसार
शेखावाटी की बात करें तो मौसम विभाग ने बुधवार को सीकर, चूरू और झुंझुनूं के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। पिछले तीन-चार दिन से सीकर में मानसून की मेहर बनी हुई है, जिसके चलते मौसम का मिजाज बदला है और तापमान में भी कमी दर्ज की जा रही है। उधर, चूरू और झुंझुनूं में भी शाम तक बारिश की संभावना जताई जा रही है।