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Monsoon : राजस्थान में 3 अगस्त से बारिश का नया सिस्टम, पूरे प्रदेश में होगी झमाझम

locationसीकरPublished: Jul 29, 2022 04:27:46 pm

Submitted by:

Vinod Chauhan

Monsoon Alert : राजस्थान में मानसून की मेहर कुछ कमजोर पड़ गई है, लेकिन अगले सप्ताह से पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर शुरू होगा। मौसम विभाग की माने तो 3 अगस्त से बारिश का नया सिस्टम सक्रिय होगा, जिसके चलते प्रदेश के करीब-करीब सभी जिलों में भारी बारिश दर्ज होगी।

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Monsoon Alert : राजस्थान में मानसून की मेहर कुछ कमजोर पड़ गई है, लेकिन अगले सप्ताह से पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर शुरू होगा। मौसम विभाग की माने तो 3 अगस्त से बारिश का नया सिस्टम सक्रिय होगा, जिसके चलते प्रदेश के करीब-करीब सभी जिलों में अच्छी बारिश दर्ज होगी। वैसे भी अगस्त में मानसून की मेहर ज्यादा रहती आई है।

सप्ताहभर होगी भारी बारिश
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा के अनुसार साउथ राजस्थान में पिछले दिनों से बना हुआ भारी बारिश का सिस्टम खत्म हो चुका है और अगले चार दिनों तक बारिश का सिस्टम कमजोर रहेगा। इसके चलते कुछ स्थानों पर ही हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होगी। राजस्थान में 3 से 4 अगस्त के बीच बारिश का नया सिस्टम सक्रिय होगा, जिसके चलते सप्ताहभर तक भारी बारिश दर्ज होने की संभावना है।

बीसलपुर 3120.47 आरएल मीटर पर
जयपुर और अजमेर की लाइफ लाइन बीसलपुर की बात करें तो बांध के जलस्तर में बीते 30 घंटे में 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जलस्तर 310.47 आरएल मीटर पहुंच गया है। बांध के भराव के भराव क्षेत्र में बह रही त्रिवेणी का गेज 3.20 मीटर चल रहा है। हालाकि बारिश का दौर कमजोर पड़ने के चलते त्रिवेणी नदी से बांध में पानी की आवक बेहद धीमी हो गई है, लेकिन माना जा रहा है कि सप्ताहभर के भीतर अच्छी बारिश होती है तो त्रिवेणी पांच मीटर की ऊंचाई पर बहेगी और बांध में पानी की आवक तेजी से होगी।

शेखावाटी में खरीफ की फसल लहलहा रही
प्रदेश में मानसून सीजन मेहरबान रहा है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले एक सप्ताह के दौरान प्रदेश में सामान्य से 105 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई है। इसमें भी पूर्वी राजस्थान में 59 प्रतिशत और पश्चिमी राजस्थान में 192 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। वहीं, एक जून से 28 जुलाई तक प्रदेश में सामान्य से 66 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। पूर्वी राजस्थान में 46 प्रतिशत और पश्चिमी राजस्थान में 99 प्रतिशत ज्यादा बारिश रेकार्ड की गई है। इस अवधि में सीकर जिले में सामान्य से 74 प्रतिशत ज्यादा बारिश होने के कारण खरीफ की फसलें लहलहा रही है।

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