नहाने के पानी में डालें हल्दी
गुरुवार और एकादशी के योग में सुबह जल्दी उठें और पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करते हुए नहाएं। नहाने के बाद केसर से तिलक लगाएं और केले के वृक्ष पर जल चढ़ाकर, पूजा करें। इस दिन एकादशी और गुरुवार के योग में शिवलिंग की विशेष की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। पूजा करते समय गुरु ग्रह का भी ध्यान करें। शिवलिंग की पूजा से भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं।
गुरुवार और एकादशी के योग में सुबह जल्दी उठें और पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करते हुए नहाएं। नहाने के बाद केसर से तिलक लगाएं और केले के वृक्ष पर जल चढ़ाकर, पूजा करें। इस दिन एकादशी और गुरुवार के योग में शिवलिंग की विशेष की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। पूजा करते समय गुरु ग्रह का भी ध्यान करें। शिवलिंग की पूजा से भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं।
ऐसे रहें व्रत
अगर आप एकादशी का व्रत करते हैं तो इस दिन सिर्फ फलाहार करें। अगर पूरे दिन भूखे नहीं रह सकते हैं तो एक समय ही भोजन करें। पीले वस्त्र धारण करें। पीले फूल भगवान को चढ़ाएं और एक फूल अपने पास भी रखें। चने की दाल, पीले कपड़े और पीले चंदन से शिवजी और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद एकादशी व्रत की कथा सुननी चाहिए। इस प्रकार पूजा-पाठ करने से भगवान विष्णु, शिवजी और देवगुरु बृहस्पति प्रसन्न होते हैं। धन और विद्या का लाभ मिलता है। भाग्य से संबंधित बाधाएं दूर होती हैं। गुरुवार को केले के वृक्ष की पूजा अवश्य करें।
अगर आप एकादशी का व्रत करते हैं तो इस दिन सिर्फ फलाहार करें। अगर पूरे दिन भूखे नहीं रह सकते हैं तो एक समय ही भोजन करें। पीले वस्त्र धारण करें। पीले फूल भगवान को चढ़ाएं और एक फूल अपने पास भी रखें। चने की दाल, पीले कपड़े और पीले चंदन से शिवजी और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद एकादशी व्रत की कथा सुननी चाहिए। इस प्रकार पूजा-पाठ करने से भगवान विष्णु, शिवजी और देवगुरु बृहस्पति प्रसन्न होते हैं। धन और विद्या का लाभ मिलता है। भाग्य से संबंधित बाधाएं दूर होती हैं। गुरुवार को केले के वृक्ष की पूजा अवश्य करें।
ये उपाय भी कर सकते हैं -किसी स्कूल में गरीब बच्चों को किताबों का और पेन का दान करें।
-किसी जरुरतमंद व्यक्ति को धन का दान करें।
-चने की दाल और केसर किसी मंदिर में दान दें।
-किसी जरुरतमंद व्यक्ति को धन का दान करें।
-चने की दाल और केसर किसी मंदिर में दान दें।