23 लाख खर्च करने के बाद भी नहीं हासिल हुआ मकसद
सीकरPublished: Oct 09, 2019 05:24:32 pm
शोपीस बने खंडेला कस्बे मेें लगाए गए सीसी टीवी कैमरे
23 लाख खर्च करने के बाद भी नहीं हासिल हुआ मकसद
जर्नादन शर्मा खंडेला. कस्बे में अपराधिक वारदातों पर अंकुश लगाने की योजना को पलीता लग गया है। इसके लिए नगर पालिका की ओर से लाखों रुपए खर्च करके मुख्य स्थानों पर 45 सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। करीब छह माह तक तो ये कैमरे ऐसे ही खंभों पर लटके रहकर कस्बे की शोभा बढ़ा रहे थे। इसके बाद दो तीन माह पूर्व इन कैमरों को चालू किया गया तो इनकी सही कनेक्टिविटी नहीं मिलने पर इनमें कुछ चालू रहते थे ओर कुछ स्वत: ही बंद हो जाते थे, जिससे ये होते हुए भी ना होने के बराबर है।
कस्बे में ठेकेदार ने सीसीटीवी कैमरे लगाकर उनका कंट्रोल रूम पुलिस चौकी में स्थापित कर इतिश्री तो कर ली। पूरे कैमरे चालू नहीं होने से ये होने न होने के बराबर है। ये कैमरे अब भी महज शो पीस बनकर ही कस्बे के चौराहों की शोभा बढ़ा रहे हैं। कस्बे में लगे करीब 23 लाख रुपए के 45 कैमरों में से एक दो कैमरे ही चालू है। हर बार सीएलजी की बैठक में सीसीटीवी कैमरें चालू करवाने की मांग की जाती है।
एसपी ने पिछले दिनों पुलिस चौकी में सीएलजी की बैठक ली थी, उसमें भी सीसीटीवी कैमरों की मांग उठी थी। इसको लेकर एसपी ने थानाधिकारी से कहा भी था कि वो नगरपालिका के अधिकारियों से संपर्क कर इन्हें चालू करवाने के लिए कहे। हालांकि इन कैमरों का भुगतान अभी तक ठेकादार को नहीं किया गया है।
वहीं नगर पालिका अध्यक्ष पवन गोयल का कहना है कि सीसीटीवी कैमरों लगाने वाले ठेकादार को पहले भी दो तीन बार कैमरे ठीक करने के लिए पालिका से नोटिस भेजा जा चुका है। पर ठेकादार अभी तक पालिका में नही आया। अब उसे अंतिम नोटिस जारी कर 15 दिवस का समय दिया जायेगा कि वो 15 दिवस में या तो आकर कैमरे ठीक कर अपना भुगतान लेवे अन्यथा उसका ठेका रद्द कर दिया जाएगा। अब देखने वाली बात यह है कि कैमरों की गारंटी या वारंटी छह माह से शुरू की जाती है या जिस दिन से कैमरे चालू किए जाएंगे उस दिन से मानी जाएगी।