पेट्रोल पंप पर डकैती डालने के लिए निकले थे साथ
सभी आरोपी किसी पेट्रोल पंप पर डकैती डालने के लिए निकले थे। इसके लिए उन्होंने गाडिय़ों में लोहे के पाइप और सरिए रख लिए। रसीदपुरा टोल नाके के पास जब वे वारदात की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान किसी ने सदर थानाधिकारी सुनील जांगिड़ को सूचना कर दी। सूचना पर सदर थाना और क्यूआरटी की टीम इनकी तलाश में जुट गई। पुलिस अधीक्षक ने भी इनकी मॉनिटरिंग शुरू कर दी। लेकिन अपराधी वापस लक्ष्मणगढ़ इलाके में चले गए। इस पर लक्ष्मणगढ़ पुलिस भी इनकी तलाश में जुट गई।
नरोदड़ा सड़क पर कर रहे थे लक्ष्मणगढ़ में पंप डकैती की योजना
अपराधी यहां से लक्ष्मणगढ़ इलाके में नरोदड़ा गांव जाने वाली सड़क किनारे बैठ कर चिरानिया पेट्रोल पंप पर डकैती की योजना बना रहे थे। इस पर पुलिस ने इनकी मुखबरी करवाई तो सामने आया कि मौके पर दो कैम्पर व एक बोलेरो गाड़ी वहां खड़ी थी। साथ ही सभी ने डकैती के लिए अपने काम भी बांट लिए थे। किसी के पास पंप पर डीजल लेने के लिए आने वाले लोगों की निगरानी तो किसी के पास गल्ले से पैसा निकाल कर लाने की जिम्मेदारी थी। इस पर पुलिस ने रात 11 बजे घेरा देकर सभी को गिरफ्तार कर लिया।
सरपंच हत्याकांड से जेल से बाहर आया है सुरेन्द्र
थानाधिकारी सुनील जांगिड़ ने बताया कि इस गिरोह के सरगना की भूमिका खूड़ी के सरंपच रामावतार की हत्या का आरोपी सुरेन्द्र महला निभा रहा था। सुरेन्द्र हत्या के इस मामले में करीब छह माह पहले ही जमानत पर बाहर आया है। उसके खिलाफ हत्या, डकैती व लूट के पांच मामले पहले से दर्ज है। गिरफ्तार किए गए अन्य अपराधियों के खिलाफ भी पहले से गंभीर धाराओं में मामले दर्ज है। संजय उर्फ संजु मेघवाल के खिलाफ 9, अमित नायक के खिलाफ 5, अनिल बेनीवाल के खिलाफ 6, अनिल खीचड़ के खिलाफ 5 मामले पहले से दर्ज है। सभी अपराधी जेल से जमानत पर बाहर आए थे और खर्चे के लिए डकैती की बड़ी वारदात की फिराक में घूम रहे थे।