प्यार में फंसाया ( murder in love in Sikar )
युवती की हत्या की कहानी प्यार में धोखे से जुड़ी है। बिशन वर्ष 2013 में सीकर किराए के मकान में रहता था। उसने राधाकिशनपुरा क्षेत्र की निवासी मोनिका उर्फ मोना दर्जी को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। तलाक शुदा मोना ने बिशन के प्यार में अपना घर भी छोड़ दिया। वह उसके साथ रींगस में रहने लगी। परिवार के लोगों ने इसका विरोध किया। बाद में भाई की शादी के दौरान उसे पुलिस के सहयोग से वापस भी लाया गया। इसके बाद भी मोना ने बिशन पर साथ रहने का दबाव बनाया। ऐसे में बिशन ने उसकी हत्या की योजना बनाई। बिशन और उसका साथी श्रीमाधोपुर क्षेत्र के श्योपुरा के पास स्थित सामोता की ढाणी निवासी ओमप्रकाश उर्फ ओपी मोना को बाइक पर बैठाकर रींगस ले गए। वहां पर दोनों ने गला दबाकर हत्या कर दी।
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मोना का पसंदीदा शर्ट
मोना को बिशन का एक शर्ट बहुत पसंद था। हत्या के बाद बिशन ने वहीं शर्ट उसके शव को पहना दिया। एसपी डॉ. गगनदीप सिंगला ने बताया कि बिशन की निशानदेही पर श्रीमाधोपुर तहसीलदार की उपस्थिति में निकलवाया गया। आईजी ने एएसपी देवेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम में शामिल रानोली थानाअधिकारी पवन चौबे और एसआई मनीष को विशेष इनाम देने की घोषणा की है।
कड़ी सजा मिले
मोना की हत्या की सूचना मिलने के बाद राधाकिशनपुरा स्थित उसके घर खामोशी का आलम रहा। मोना के माता-पिता तो बेटी की हत्या का विरोध भी नहीं जता पा रहे थे। उन्हें तो पहले बेटे और बाद में बेटी को खोने के गम ने अंदर तक तोड़ दिया था। हालांकि बाद में पिता काशीप्रसाद ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की।
अवसाद में दी बेटे ने जान
काशीप्रसाद ने बताया कि छह वर्ष पहले बिशन उसकी बेटी मोना को बहला-फुसलाकर भगाकर ले गया था। बाद में पुलिस के सहयोग से उसे छुड़ाकर लाए। इस दौरान आपसी समझाइश से मामला शांत किया। इसके बाद बिशन और उसके साथी गाड़ी में सवार होकर उसके घर आए। उन्होंने परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट कर मोना का अपहरण कर ले जाने का प्रयास किया। इस दौराने बेटे मुकेश के साथ गंभीर रूप से मारपीट की। इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई। लेकिन पुलिस ने ठोस कार्रवाई नहीं की। जिससे बेटा मुकेश मानसिक अवसाद में रहने लगा। बाद में उसने जान दे दी। मोना की तलाश के लिए परिवार के लोग पुलिस की बजाय आरोपी के यहां प्रयास करते रहे।