खाटू से 17 किलोमीटर दूर रींगस मोड़ पर बन रही रिपोर्ट
पत्रिका टीम खाटू से 17 किलोमीटर दूर रींगस मोड पर पहुंची। रास्ते में काफी कम श्रद्धालु ही दिखाई दे रहे थे। कुछ लोगों से कोरोना रिपोर्ट के बारे में बात की तो पता लगा कि रींगस मोड़ पर ही सारी व्यवस्था हो जाएगी। यहां पहुंचे तो पुलिया के पास बने दो सेंटरों पर काफी भीड़ लगी हुई थी। आगरा, फरीदाबाद, हरियाणा व दिल्ली से कई श्रद्धालु आए हुए थे। वे ई-मित्र केंद्र पर काफी मिन्नतें कर रहे थे।
रिपोर्ट में बदल रहे महज नाम
यहां10 मिनट में दिल्ली व जयपुर के लैब की रिपोर्ट केवल नाम बदल कर दी जा रही थी। भक्त भी इनसे सवाल करने के बजाय रिपोर्ट लेकर खाटू की तरफ आगे बढ़ते दिखाई दिए।
विजिट, यूआइडी व एसआरएफ नम्बर एक ही
पत्रिका टीम ने यहां भक्तों को थमाई जा रही रिपोर्ट चैक की तो पता लगा कि रिपोर्ट में विजिट नम्बर, यूआइडी व एसआरएफ नम्बर भी नहीं बदले जा रहे। केवल नाम, उम्र और समय को कम्प्यूटर पर एडिटिंग कर बदला जा रहा था। संचालक श्रद्धालुओं को चैकअप पाइंट से अलग-अलग निकलने की भी सलाह दे रहा था। महज 10 मिनट में ही एमपी के पांच लोगों को नेगेटिव रिपोर्ट पकड़ा दी। संचालक ने पहले उनसे प्रति रिपोर्ट 200 रुपए की मांग की। श्रद्धालुओं ने बाबा श्याम के दर्शनों की दुहाई देकर कम करने को कहा। उन्होंने 5 लोगों के सर्टिफिकेट बनाने के 500 रुपए दिए।
गंभीर अपराध, हो सकती है कार्रवाई
जानकारों का कहना है कि बिना जांच के कोरोना रिपोर्ट जारी करना गंभीर अपराध है। महामारी अधिनियम के तहत बिना जांच के रिपोर्ट देना सीधे तौर पर कानून का उल्लंघन है। महामारी एक्ट के अलावा इस मामले में पुलिस व प्रशासन की ओर से धोखाधड़ी व जाली दस्तावेज जारी करने के मामले में भी कार्रवाई की जा सकती है।
यह बोले जिम्मेदार
बेहद गंभीर विषय: कलक्टर
यह बेहद ही गंभीर विषय है। यदि इस तरह से हो रहा है तो टीम बनाकर इसकी पूरी जांच कराई जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी होगी।
अविचल चतुर्वेदी, जिला कलक्टर, सीकर
आप पता बताओ अभी जांच करवा लेते हैं: बीसीएमएचओ
खाटू मेले में कोरोना की रिपोर्ट अनिवार्य है। यदि इस तरह पुरानी रिपोर्ट में बदलाव कर ई-मित्र संचालकों की ओर से रिपोर्ट जारी की जा रही है तो गलत है। आप पता बताओ, टीम भेजकर जांच करवा लेते हैं।
डॉ. सुनील धायल, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी दांतारामगढ़
जबकि मेले में 5 कोरोना रिपोर्ट चैक पाइंट
हैरानी की बात तो यह हैं कि खाटूश्यामजी मेले में प्रशासन की ओर से 5 कोरोना जांच रिपोर्ट के चैक पाइंट बनाए गए है। इन पाइंट्स पर ही श्रद्धालुओं की जांच रिपोर्ट चैक की जाती है। प्रशासन ने रींगस मोड, मुख्य मेला प्रवेश मार्ग, कैरपुरा तिराहा, चारण मैदान प्रवेश गेट, लामिया रेनवाल मार्ग पर चैक पाइंट बने हुए है। सबसे ज्यादा रींगस मोड और मुख्य प्रवेश मार्ग पर ही अधिक चैकिंग की जा रही है।
बिना जांच खेतों से निकल रहे श्रद्धालु
रींगस मोड व मुख्य मेला प्रवेश मार्ग पर श्रद्धालुओं की चेकिंग की जा रही है। कोरोना जांच रिपोर्ट को लेकर श्रद्धालु काफी परेशान देखे जा रहे है। कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं होने पर श्रद्धालु खेतों से निकल कर जाते हुए दिखाई दिए। काफी श्रद्धालु सडक़ पर जाते देखे, लेकिन जैसे ही पाइंट नजदीक आता हैं तो वे खेतों में निकल कर आगे चले जाते है। पाइंट क्रास करने के बाद फिर से सडक़ पर आ जाते है।