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सीकर डिपो में आदेश की उड़ रही धज्जियां

locationसीकरPublished: Nov 09, 2019 10:19:55 pm

Submitted by:

Puran

मुख्यालय के आदेश फिर भी अवहेलना, कनिष्ठ दफ्तर में, सीनियर मार्गों परड्यूटी लगाई तो अवकाश लेकर चले गए, कई मार्ग हुए प्रभावित

सीकर डिपो में बसों की कमी के कारण एक दर्जन से ज्यादा रूट बंद चल रहे हैं। जिससे सैंकड़ों गांव- ढाणी के यात्रियों को सार्वजनिक परिवहन की सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।

सीकर डिपो में बसों की कमी के कारण एक दर्जन से ज्यादा रूट बंद चल रहे हैं। जिससे सैंकड़ों गांव- ढाणी के यात्रियों को सार्वजनिक परिवहन की सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।

सीकर. राजस्थान रोडवेज मुख्यालय ने सभी डिपो में अनुबंध पर लगे 35 चालकों को भले ही हटाने दिया और पद के विपरीत काम करने के वाले डिपो के कर्मचारियों को रूट पर भेजने के आदेश दिए हो लेकिन हकीकत यह है कि जमीनी हकीकत जाने बिना दिए इस आदेश ने यात्रियों के साथ-साथ निगम की मुसीबत बढ़ा दी है। इसकी बानगी है कि सीकर डिपो में पद के विपरीत काम करने वाले 44 चालक व परिचालकों को रूट पर भेजने के आदेश तो दिए लेकिन इनमें से अधिकांश ने ड्यूटी तक ज्वाइन नहीं की है। अभी भी सीकर डिपो में दो दर्जन से ज्यादा चालक व परिचालक पद के विपरीत ही कम कर हैं इनमें से कई तो सीनियरटी की श्रेणी में ही नहीं है। गौरतलब है कि निगम मुख्यालय ने किलोमीटर कम करने के नाम पर प्रदेश में दो लाख किलोमीटर का संचालन बंद कर दिया साथ ही अनुबंध पर लगे 800 चालकों को हटा दिया गया।
कनिष्ठ ऑफिस में, सीनियर मार्गों पर
सीकर डिपो में सीनियरटी लागू करने के लिए रोडवेज यूनियन की ओर से लम्बे समय तक आंदोलन चलाया गया और मुख्यालय ने सीनियरटी लागू करने के आदेश भी दे दिए इसके बावजूद डिपो में सीनियरटी लागू नहीं हुई और कई कर्मचारी कनिष्ठ होने के बावजूद कार्यालय में लगे हुए हैं और सीनियर चालक व परिचालक रूट पर चल रहे हैं इसको लेकर चालक व परिचालक वर्ग में खासा आक्रोश है। चालको ने बताया कि मुख्यालय के आदेश के नाम पर ड्यूटी तो लगा दी लेकिन ड्यूटी पर लगाने के लिए कोई नीति निर्धारित नहीं की। मनमर्जी से ही चालक व परिचालक को रूट पर भेजा जा रहा है।
ग्रामीण रूट हुए बंद
रोडवेज मुख्यालय ने 20 रुपए प्रति किमी से कम आय लाने वाली बसों को बंद करने से राज्य में 600 ट्रिप और 225 शेड्यूल बंद कर दिए है। जिनमे सीकर डिपो से अलग-अलग मार्गो की दो दर्जन से ज्यादा बस बंद हो गई। वहीं 31 अक्टूबर को खत्म हो रहे अनुबंध को लेकर पहले से किसी भी तरह की तैयारी नहीं की गई।
इनका कहना है
मुख्यालय के निर्देश के बाद पद के विपरीत काम करने वाले चालक व परिचालकों को रूट पर भेजने के आदेश दिए गए हैं। आदेश के बाद भी ड्यूटी ज्वाइन नहीं करने स्टॉफ की अनुपस्थिति लगाई जाएगी।
चन्द्रशेखर महर्षि, मुख्य प्रबंधक सीकर डिपो
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