टोरड़ी ने ‘अंतरराष्ट्रीय समरसता मंचÓ के नाम से एक संस्था बना रखी है। टोरड़ी संस्था का अध्यक्ष है, वहीं उसका बेटा कुलदीप शर्मा संस्था का सचिव बना हुआ है। कुलदीप शर्मा एलएलबी कर रहा है। 28 जुलाई को पुलिस कंट्रोल रूम में विशेष अतिथि का पत्र नेपाल सरकार ने नहीं भेजा था, बल्कि विशेष राज्य अतिथि के तहत प्रोटोकॉल देने का लेटर टोरड़ी के बेटे कुलदीप शर्मा ने ही भेजा था। संस्था के मेल की सीकर पुलिस के किसी अधिकारी ने जांच तक नहीं की। टोरड़ी के सीकर आने पर पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत एस्कॉर्ट करते हुए रिसीव भी किया। टोरड़ी ने सीकर में जैन मुनि तरूण सागर, खाटूश्यामजी व जीण माता के दर्शन भी किए। मामले की जांच के बाद पुलिस ने टोरड़ी के बेटे को भी गिरफ्तार किया है।
सीकर पुलिस ने टोरड़ी के अपराधिक रिकॉर्ड खंगाला तो हैरान रह गए। टोरड़ी बाइक चोरी व मारपीट के मामले में भी गिरफ्तार हो चुका है। वह 1984, 85, 86 में बाइक चोरी व 1985 में मारपीट के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। यहां तक उसे सजा भी मिल चुकी है। वह कई मामलों में जमानत पर है। नेपाल सरकार के उपराष्ट्रपति के राजनीतिक सलाहकार के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले टोरड़ी के खिलाफ बीस मुकदमे दर्ज है। रिकॉर्ड के अनुसार जयपुर के मोतीडूंगरी, अशोक नगर, सोढा़ला, चाकसू, मुरलीपुरा, श्यामनगर, महेश नगर के अलावा टोंक के मालपुरा, सवाईमाधोपुर, करौली, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, सीकर व उज्जैन में मुकदमें दर्ज है।
जांच में सामने आया कि हिस्ट्रीशीटर महावीर प्रसाद टोरड़ी ने जयपुर से काडमांडू यात्रा के दौरान मुरलीपुरा थाना सहित कई अन्य थानों से प्रोटोकॉल लिया। उज्जैन में भी उसे वीआईपी दर्शन के तहत ही खुलासा होने पर गिरफ्तार किया था। उसने अजमेर के पुष्कर में, कोटा में हुए एक सम्मान समारोह में, टोंक और सीकर में भी पुलिस प्रोटोकॉल लिया। टोरड़ी ने पंजाब सहित कई अन्य राज्यों में भी प्रोटोकॉल लिया है।