गला दबने पर नहीं निकल पाई आवाज
जानकारी के मुताबिक कल्याणपुरा गांव में एनएच 52 स्थित जोहड़े में नवजात एक आंकड़े के पेड़ के नीचे छोड़ी गई थी। गांव का 11 वर्षीय प्रदीप जब उधर से खेलता हुआ गुजरा तो उसने रोती हुई मासूम की आवाज सुनी। देखकर वह तुरंत अपनी मां गंगा देवी नेहरा के पास गया। जहंा घटना की जानकारी मिलतेे ही गंगा देवी भी तुरंत मौके पर पहुंची। देखा तो गला दबा होने के कारण मासूम की आवाज रुंध रही थी। बिलखते हुए देख गंगा देवी ने जल्दी से गले का दुपट्टा खोला और उसे घर ले आई।
देा दिन की नवजात, अब स्वस्थ
सूचना पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने नवजात को राजकीय धानुका अस्पताल पहुंचाया। जहां उसका उपचार शुरू हुआ। चिकित्सकों ने बताया कि नवजात का जन्म 48 घंटों में हुआ है और फिलहाल वह स्वस्थ है। जिसे सीकर के राजकीय जनाना अस्पताल में भेजा जाएगा।