उन्होंने निर्देश दिए कि यदि विद्यालय में छात्रावास चलाना अपरिहार्य हो तो वहां छात्रावास की निगरानी के लिए एक ऑब्जर्वर लगाया जाना अनिवार्य है। इधर परीक्षा के दौरान छात्रावास का संचालन नहीं करने के निर्देश से अनेक विद्यालयों के सामने संकट खड़ा हो जाएगा। सबसे ज्यादा सीकर व झुंझुनूं के विद्यालय प्रभावित होंगे। क्योंकि सबसे ज्यादा छात्रावास दोनों के विद्यालयों में हैं।
इसके अलावा जिन उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बोर्ड का केन्द्र स्थापित है तथा प्रधानाचार्य का पद रिक्त है, वहां यथा संभव उक्त विद्यालय के वरिष्ठतम व्याख्याता, जिन्हे आहरण-विरतरण का अधिकार दिया हुआ है, उनको केन्द्राधीक्षक नियुक्त किया जाए।
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फैक्ट फाइल
दसवीं की परीक्षा 15 तथा बारहवीं की परीक्षा आठ मार्च से शुरू होंगी। दसवीं में करीब 52 हजार 527 तथा बारहवीं में करीब 54 हजार 524 विद्यार्थी शामिल होंगे। कुल करीब एक लाख सात हजार 51 विद्यार्थी दोनों बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। जिले में कुल 296 केन्द्र बनाए गए हैं। पिछली बार 306 केन्द्र बनाए गए थे। इस बार दस केन्द्र बंद किए गए हैं, जबकि सात नए केन्द्र खोले गए हैं।केन्द्रों पर पहुंचे पेपरइधर सोमवार को राजकीय कल्याण उमावि से सोमवार को सुबह प्रश्नपत्रों का वितरण किया गया। कुछ जगह थानों में पेपर रखवाए गए तो कुछ जगह केन्द्रों पर पेपर पहंचाए गए।
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