ग्राम जीलो में जलदाय विभाग की अनदेखी के कारण ग्रामीण दूर दराज के खुले कुओं से रोजाना पेयजल ला रहे हैं। ग्रामीणों का पूरा दिन पानी लाने में गुजर जाता है। लोगों ने बताया कि आजादी के बाद भी यह खुले कुओं से पानी खींचा जा रहा है। महिलाओं ने बताया कि नेताओं व अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया है पर आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला। ग्राम सरपंच छाजू गुर्जर ने बताया कि सन् 2014 में पेयजल के लिए नीमकाथाना के तत्कालीन विधायक रमेश खंडेलवाल ने साठ लाख की योजना का शिलान्यास किया था, पर विधानसभा चुनावों के बाद योजना ठंडे बस्ते में चली गई।
इसके बाद 28 अप्रेल 2016 को रात्रि चौपाल में तत्कालीन जिला कल्क्टर एलके सोनी ने नीमकाथाना विधायक कोटे से एक ट्यूबवेल लगाने की घोषणा की थी वह भी नहीं लगी। इसके बाद विधायक प्रेम सिंह बाजौर ने गौरव पथ के शिलान्यास के समय दो ट्यूबवेलों की घोषणा करी वे भी आज तक नहीं लगी है। जीलो के गुडाबरा पहाड़ी क्षेत्र में बने भैंरव मन्दिर परिसर में लगे हैंडपंप पर कुछ बकरियां आदतन रोजाना ताजा व शुद्ध पानी पीती हैं। बकरी चराने वालों ने बताया की कुछ बकरियों की आदत है कि वे होदी का पानी नहीं पीती हैं। ऐसे में सरकार ग्रामीणों को भी शुद्ध पानी उपलब्ध करवाए।