ऐसे समझें पूरा गणित
रीट प्रथम लेवल (REET Lavel 1): इस बार 3.86 लाख होंगे शामिल, पिछली बार थे 12.67 लाख
पिछली रीट भर्ती में प्रथम लेवल में 12 लाख 67 हजार 983 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। जबकि इस बार प्रथम लेवल में आवेदन महज 3 लाख 86 हजार 508 पर ही पहुंचा है। पिछली भर्ती के समय बीएड डिग्रीधारियों ने आवेदन कर दिया था। लेकिन प्रथम लेवल में बीएड डिग्रीधारियों को शामिल करने की अनुमति नहीं देने के बाद इस बार आवेदन कम हुए हैं।
रीट द्वितीय लेवल: परीक्षा रद्द होने की वजह से ज्यादा अंतर नहीं
प्रश्न पत्र आऊट होने की वजह से सरकार ने रीट द्वितीय लेवल की परीक्षा को रद्द कर दिया था। पिछली रीट भर्ती में द्वितीय लेवल में 12 लाख 67 हजार 539 ने आवेदन किया था। जबकि इस बार 12 लाख 57 हजार 738 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।
तीन साल की जगह अब लाइफ टाइम वैद्यता
रीट प्रमाण पत्रों की वैद्यता को लेकर बोर्ड काफी विवादों में रहा है। पहले वैद्यता तीन साल थी। पिछले साल रीट प्रश्न पत्र के आऊट होने के विवादों के बीच सरकार ने सीटेट की तर्ज पर वैद्यता लाइफ टाइम कर दी थी। अब तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्तियों के लिए बेरोजगारों को हर बार परीक्षा नहीं देनी पड़ेगी। इससे बेरोजगारों को काफी राहत मिलेगी।
एक दिन की जगह कई पारियों में हो सकती है परीक्षा
रीट प्रथम लेवल में इस बार अभ्यर्थियों की संख्या काफी कम है। ऐसे में सरकार इस परीक्षा को एक ही दिन कराने की तैयारी में है। जबकि द्वितीय लेवल में इस बार भी अभ्यर्थियों की संख्या साढ़े बारह लाख है। पिछली बार भी द्वितीय लेवल के प्रश्न पत्र को सरकार ने आउट माना था। सरकार ने प्रथम लेवल में तो लगभग साढ़े 15 हजार पदों पर भर्ती करा ली, लेकिन द्वितीय लेवल में भर्ती नहीं हो सकी थी। इस बार द्वितीय लेवल की परीक्षा तीन से चार पारियों में कराने की तैयारी में है।
रीट से इस बार 45 हजार को नौकरी
शिक्षक पात्रता परीक्षा के जरिए इस बार प्रदेश के 45 हजार बेरोजगारों को तृतीय श्रेणी शिक्षकों की नौकरी मिल सकेगी। इस बार ज्यादा पद लेवल द्वितीय में रहेगे। प्रथम लेवल की एक भर्ती इस साल पूरी होने की वजह से इस बार की भर्ती में प्रथम लेवल के 15 से 16 हजार पद आने की उम्मीद है।
दो परीक्षा से चयन, रीट सिर्फ पात्रता
प्रदेश में इस बार तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए पैटर्न भी बदल दिया है। रीट के बाद एक और परीक्षा होगी। इसके आधार पर अभ्यर्थियों का चयन होगा। दूसरी परीक्षा का आयोजन कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से कराया जाएगा।
एक्सपर्ट व्यू: समय पर हो रीट तो और कम हो सकता है आंकड़ा
देशभर में सीटेट परीक्षा अमूमन साल में दो बार होती है। राजस्थान में शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के समय ही होता है। यदि सरकार की ओर से साल में कम से कम एक बार रीट परीक्षा कराई जाए तो बेरोजगारों को काफी राहत मिल सकती है। इससे अभ्यर्थियों की संख्या में और कमी आएगी। इसका फायदा भर्ती की पारदर्शिता पर नजर आएगा।
परमेश्वर शर्मा, भर्ती मामलों के विशेषज्ञ, सीकर