तीन महीने से उठाई जा रही थी मांग
प्रदेश के युवाओं की ओर से बीएड इंटेग्रेटेड की परीक्षा व इंटर्नशिप कराने की मांग पिछले तीन महीने से उठाई जा रही थी। पहले सरकार की ओर से कोरोना गाइडलाइन का हवाला देकर परीक्षाओं को टाला जा रहा था। लेकिन अब कोरोना गाइडलाइन में ढ़ील मिलते ही सरकार ने परीक्षाओं के आयोजन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
नहीं तो हो जाएंगे नौकरी से बाहर
पिछली रीट भर्ती के दौरान भी प्रदेश में 350 से अधिक अभ्यर्थी ऐसे रहे जो प्रांरभिक शिक्षा विभाग की ओर से घोषित मेरिट सूची में जगह बनाने में सफल रहे, लेकिन उनका बीएड अंतिम वर्ष का परिणाम नहीं जारी हुआ था। इस मामले में अभ्यर्थियों की ओर से न्यायालय की शरण भी ली गई थी। लेकिन अब तक अभ्यर्थियों को राहत नहीं मिली।
इनका कहना है
रीट परीक्षा से पहले बीएड इंटेग्रेटेड की परीक्षा कराई जाएगी। इसके लिए विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिए है। जिन विद्यार्थियों की इंटर्नशिप नहीं हुई है उनका भी कलैण्डर घोषित कर दिया जाएगा। परीक्षा या इंटर्नशिप की वजह से कोई भी विद्यार्थी रीट परीक्षा से वंचित नहीं रहेगा।
भंवर सिंह, भाटी, उच्च शिक्षा मंत्री