महिला एवं बाल विकास व स्वास्थ्य विभाग की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, सहयोगिनी व साथिन की नियुक्ति की जाती है। आंगनबाड़ी केन्द्रों के जरिए बच्चों के पालन-पोषण से लेकर गर्भवती महिलाओं को विभिन्न योजनाओं का फायदा दिया जाता है।
प्रदेश के कई जिलों में कोरोनाकाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित अन्य के रिक्त पदों के लिए दो बार भर्ती के लिए आवेदन लिए जा चुके है। कई महिला संगठनों का आरोप है कि जिले में चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए रिक्त पदों को गुपचुप भरे जाने का पहले भी खेल हो चुका है। इस संबंध में महिलाओं की ओर से पिछले दिनों जिला कलक्टर व जिला परिषद सीईओ के कार्यालय में भी शिकायत दी थी। अब महिलाओं की ओर से इस मामले में जल्द जिला प्रमुख को पूरी मामले की जानकारी दी जाएगी।