विशेष योग में होगा चंद्र दर्शन
इस बार करवा चौथ पर विशेष शुभ संयोग बनने के कारण इसका महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। पंडित मिश्र के अनुसार इस बार करवा चौथ पर चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में उदित होगा। जो चंद्रमा का प्रिय नक्षत्र होने के साथ धार्मिक दृष्टि से बेहद ही शुभ माना जाता है। इस नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा है, इसलिए माना जाता है कि इस नक्षत्र में चंद्रमा दर्शन करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस चतुर्थी की तिथि को संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है। संकष्टी चतुर्थी का पर्व गणेश जी को समर्पित है। इस दिन गणेश भगवना की भी विशेष रूप से पूजा की जाती है। करवाचौथ के दिन रात 11 बजकर 35 मिनट तक वरीयान योग रहेगा। यह योग मंगलदायक कार्यों में सफलता प्रदान करता है। वहीं देर रात 1 बजकर 2 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा। करवा चौथ को चंद्रोदय रात्रि करीब 8:20 पर होगा।