खतरा कम होने पर ही खुलेगा खाटूश्यामजी मंदिर
लॉकडाउन के बाद खाटूश्यामजी में श्रद्धालुओं की भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की चुनौती के सवाल पर विधायक सिंह ने कहा कि कोरोना का खतरा पूरा कम होने पर ही खाटूश्यामजी मंदिर खोला जाएगा। इसके बाद भी सुरक्षा के लिहाज से सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रखने के लिए बेरीगेटिंग्ज व जिगजैग के जरिए श्रद्धालुओं को लंबे रास्तों से मंदिर पहुंचाने की योजना बनाई जाएगी।
प्रधानमंत्री पद लायक फैसला नहीं
विधायक सिंह ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रविवार की ब्लेक आउट की अपील पर भी सवाल उठाए। मामले में पूछे गए सवाल पर उनका कहना था कि प्रधानमंत्री ने बिना किसी तकनीकी राय के यह कदम उठाया, जिससे पावर ग्रिड फैल होने का खतरा पैदा हो गया था। कहा, कि रोशनी की अपील प्रधानमंत्री पद के लायक नहीं थी। कहा, कि वह झाड़ फूंकवाले बाबा नहीं जो अंधेरा व रोशनी की बात कर रहे हैं। बोले, विश्व में संकट के इस दौर में आतिशबाजी कर खुशियां मनाना कहां उचित था। कहा कि भाजपा के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में यह जश्न किए जाने की बातें भी सामने आई है। लॉकडाउन में आतिशबाजी के लिए पटाखे कहां से आए यह भी बड़ा सवाल है। कहा कि जनता जब लॉकडाउन व सरकार के आदेश मानकर देशभक्ति का परिचय दे रही है, तो क्यों रोशनी के नाम पर उनकी देशभक्ति जांची जा रही है? हर तहसील पर हो बड़ा अस्पतालसवालों के जवाब में सिंह ने कोरोना को स्वास्थ्य सुविधाओं की जांच की कसौटी भी बताया। कहा, कि महामारी ने हर तहसील स्तर सुविधायुक्त बड़े अस्पताल की मांग बढ़ा दी है। उम्मीद है कि ऐसे अस्पताल बनेंगे भी। पत्रिका के करमवीर अभियान को भी सराहते हुए उन्होंने कोरोना योद्धाओं के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।