पंच रत्नों से स्नान, मुंह में सोना डालकर अंतिम संस्कार
कैप्टन के पूरे क्रियाक्रम विधि विधान से करवाए गए। 30 मार्च को मौत होने पर उसे पहले पंच रत्नों से नहलाया गया। मुंह में स्वर्ण भी डाला गया। इसके बाद घर में ही उसका अंतिम संस्कार किया। उसकी फोटो लगाकार बकायदा श्रद्धांजलि सभा व भजन- कीर्तन का आयोजन भी हुआ। जिसमें गुलाब नाथ व कैलाश नाथ सहित कई हस्तियां शामिल हुई। कैप्टन के नाम पर मंदिरों व धर्मशालाओं में 21 हजार का दान, कस्बे के श्वानों को दूध व कच्ची बस्ती के लोगों को खाना भी खिलाया गया। परिवार अब समाधि स्थल पर कैप्टन की मूर्ति का निर्माण करवाना चाहता है।
कैप्टन ने भरी थी नए मकान की नींव, बेटी के लिए पसंद की कार
अशोक गौड़ के परिवार में कैप्टन परिवार का अहम हिस्सा था। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फतेहपुर में निर्माणाधीन नए भवन की नींव परिवार ने उसी के हाथों से भरवाई थी। बेटी की शादी के उपहार की नई कार भी उसी ने सूंघकर पसंद की थी। कैप्टन का रहना- खाना व सोना अशोक के परिवार के साथ ही होता था। 30 दिसंबर को धूमधाम से जन्मदिन मनाने के अलावा परिवार ने उसका अलग एटीएम कार्ड भी बनवा रखा था।
1500 से ज्यादा कपड़े, अलग एटीएम, सोने की चैन व ड्रेस कोड
बकौल अशोक कैप्टन 15 दिन का घर में आया था। जिसके लिए अलग वातानुकूलित जगह तैयार की गई थी। अलग खिलौनों, चांदी की चैन व लॉकेट के अलावा सैंकड़ों खिलौने थे। पहनने के लिए कैप्टन के पास 1500 से ज्यादा कपड़े थे। बेटी की शादी में तो बकायदा वह परिवार की ड्रेस कोड में शामिल हुआ था।
राजमा- चावल का शौकिन कैप्टन शादी में सोने की चैन पहनता था।
पहले सामने आया तोता प्रेम
इससे पहले सीकर के जैन अस्पताल के संचालक डा. वीके जैन का तोता प्रेम भी सामने आया था। परिवार के सदस्य के तौर पर पल रहा ग्रे पैरेट प्रजाति का 'कोको' दो महीने पहले घर की छत से उड़ गया था। जिसकी सूचना देने पर चिकित्सक ने एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया था।
On the death of the dog, the owner got him shaved, got the mausoleum built in the house, after the Havan-tarpan and donation, the idol will now be installed.