यहां हुई फसलें खराब
देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी नासिक से देश की अधिकांश जगह प्याज की आपूर्ति होती है। पिछले एक सप्ताह के दौरान यहां प्याज के भावों में 30 गुना तक तेजी आ गई है। जिसका असर सीकर सहित अन्य मंडियों में नजर आ रहा है। नासिक मंडी में फिलहाल दो दिन से बंद है। दो दिन पहले तक प्याज के थोक भाव दो दिन 2200 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गए थे।
चार साल बाद सीजन के रेकार्ड तेजी
जिले में हर साल प्याज की औसत बुवाई करीब दस हजार हेक्टेयर तक रहती है। प्याज की बुवाई के बाद प्रतिबीघा 20 से 35 क्विंटल प्याज का उत्पादन होता है। पिछले चार साल के सीकर मंडी में औसतन चार माह के सीजन के दौरान 15 लाख कट्टे बिकने के लिए आए। लेकिन प्याज के औसत भाव चार रुपए किलो तक ही रहे हैं। मंडी के थोक व्यापारी भंवरलाल निठारवाल ने बताया कि 2015 के बाद पहली बार अगस्त माह में प्याज के भाव लगातार बढ़ते जा रहे है। हालांकि पहले एक दो दिन भावों में तेजी रही थी लेकिन इस बार तेजी का रुख आगे भी बना रहने की आशंका है।
जिले में हर साल प्याज की औसत बुवाई करीब दस हजार हेक्टेयर तक रहती है। प्याज की बुवाई के बाद प्रतिबीघा 20 से 35 क्विंटल प्याज का उत्पादन होता है। पिछले चार साल के सीकर मंडी में औसतन चार माह के सीजन के दौरान 15 लाख कट्टे बिकने के लिए आए। लेकिन प्याज के औसत भाव चार रुपए किलो तक ही रहे हैं। मंडी के थोक व्यापारी भंवरलाल निठारवाल ने बताया कि 2015 के बाद पहली बार अगस्त माह में प्याज के भाव लगातार बढ़ते जा रहे है। हालांकि पहले एक दो दिन भावों में तेजी रही थी लेकिन इस बार तेजी का रुख आगे भी बना रहने की आशंका है।
फैक्ट फाइल
सीकर मंडी में इस समय स्थानीय सहित नासिक से प्याज आ रहा है। भावों में आ रही तेजी और बारिश के कारण स्टॉक किया गुणवत्ताहीन प्याज बिकने आ रहा है। मंडी में इस समय साधारण श्रेणी का प्याज 15 से 19 रुपए और गुणवत्ता वाला प्याज 25 से 28 रुपए मण तक बिक रहा है।
इनका कहना है
पिछले एक सप्ताह में प्याज के भावों में तेजी आई है। नासिक मंडी में प्याज के थोक भाव 2200 से 2400 रुपए तक बोले जा रहे हैं। बारिश के कारण फसल खराब होने के कारण फिलहाल प्याज के भावों में यही तेजी बरकरार रहेगी।
मुन्नाभाई, थोक व्यापारी, मालेगांव महाराष्ट