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मानसून से पहले ही खुली परिषद की पोल

locationसीकरPublished: Jun 11, 2019 06:06:46 pm

Submitted by:

Vinod Chauhan

तैयारी में फेल, खामियाजा जनता के माथे, सभापति-आयुक्त की लापरवाही,
शहरवासियों के लिए बनेगी आफत: मानसून नजदीक, परिषद की तैयारी कुछ नहीं

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मानसून से पहले ही खुली परिषद की पोल

सीकर. शहर के लोगों को भारी बरसात से भगवान ही बचा सकता है। दक्षिण भारत में मानसून के बादल मंडराने के बाद भी नगर परिषद के शहर के लोगों को बरसात के पानी के भराव से बचाने के प्रयास कमजोर है। शहर के प्रमुख बड़े नाले कचरे से अटे पड़े हैं। छोटी नालियां भी जगह-जगह से जाम है। ऐसे में बरसात होने पर शहर के निचले इलाकों के साथ प्रमुख बाजारों से भी पानी का निकास नहीं हो पाएगा। पत्रिका टीम ने शहर के प्रमुख स्थानों का जायजा लिया तो ऐसी ही स्थिति सामने आई। हालांकि परिषद इसके लिए मिट्टी के पांच हजार कट्टे भरवा रही है। इन कट्टों को भारी बरसात होने पर पानी से कटाव को रोकने के लिए डाला जाएगा।नगर परिषद के दावों की पोल खोलती देवेन्द्र शर्मा ‘शास्त्री’ की खास रिपोर्ट।
शहर के पांचों प्रमुख नाले जाम
शहर के पानी निकासी की स्थिति पर नजर डाली जाए तो सामने आता है कि पांच प्रमुख नाले यहां की लाइफ लाइन है। इनमें बकरामंडी से शिव कॉलोनी, शिवसिंहपुरा से नवलगढ़ रोड, पिपराली रोड, देवीपुरा से अजमेर बस स्टैंड, बजाज रोड व पुराना अजमेर बस स्टैंड होते हुए नाली बीड़ में जाने वाला बड़ा नाला है। परिषद के कार्य की स्थिति पर नजर डाली जए तो मानसून के बादल मंडराने के बाद भी अभी तक एक भी नाले की पूरी तरह सफाई नहीं करवाई गई है।
अभी तो खोले हैं चैम्बर
मानसून को देखते हुए आपदा राहत को लेकर जिला प्रशासन व नगर परिषद की कई बार बैठकें हो चुकी हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। प्रमुख नालों के काम की ििस्थत को देखे तो बकरामंडी और बजाज रोड के नाले की सफाई के लिए महज चैम्बर खोले गए हैं। जबकि इन नालों में जगह-जगह जाम लगा है।
बरसात होने पर पानी का निकास नहीं हो पाएगा। वहीं दूसरे बड़े नालों की स्थिति देखे तो अभी तक सफाई का कार्य शुरू ही नहीं किया गया है।
बिना बरसात के ही भर रहा है पानी
शहर के जगमालपुरा रोड पर पानी निकासी की स्थिति यह है कि यहां पर बिना बरसात के ही पानी भरा हुआ है। हालांकि यहां पर परिषद ने पानी निकासी के लिए पंप लगा रखा है, लेकिन यह पंप सामान्य पानी की निकासी के लिए भी काफी नहीं है। ऐसे में आम रास्ते पर हर समय पानी भरा रहता है।
शहर के फतेहपुर रोड, मारू स्कूल, नवलगढ़ रोड, पिपराली रोड और बस डिपो क्षेत्र के सभी नाले और छोटी नालियां कचरे से अटी पड़ी है। उद्योग नगर थाने के सामने भी नाली की सफाई नहीं होने से पानी सडक़ पर बिखरा हुआ है।
भयावह हो सकते हैं हालात
सीकर शहर ने बाढ़ से हालात कई बार देखे हैं। पिछले पांच वर्ष की स्थिति पर नजर डाली जाए तो सैकड़ों घरों में पानी भरने के साथ राधाकिशनपुरा क्षेत्र में एक युवक की मौत भी हो गई थी।
नवलगढ़ रोड और बजाज रोड बरसात होने के साथ ही दरिया बन जाती है। बजाज रोड के पानी के निकासी के लिए परिषद ने करोड़ों रुपए खर्च कर नाले का निर्माण करवाया, लेकिन सफाई के अभाव में यहां जनता को परेशानी उठानी पड़ सकती है।
इनका कहना है
बरसात के मौसम को देखते हुए परिषद ने तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए है। साथ ही पांच हजार कट्टे मिट्टी के भरवाए गए हैं। इसके अलावा बड़े नालों की सफाई का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। बजाज रोड और बकरामंडी क्षेत्र के नालों के चैम्बरों की सफाई करवाई जा रही है।

जीवण खां, सभापति नगर परिषद, सीकर

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