पांचों कॉलेज शुरू हुए तो इस सत्र से प्रदेश को 500 एमबीबीएस सीटों का फायदा होगा। यह उन विद्यार्थियों के लिए भी राहत वाली बात होगी, जो इस साल नीट परीक्षा में शामिल हुए हैं। गौरतलब है कि इस साल प्रदेश को पहले ही निजी कॉलेजों की 400 एमबीबीएस सीटों का नुकसान भी हो चुका है। जिन्हें एमसीआई ने खारिज कर दिया था।
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शेखावाटी के इस अस्पताल के बारे में आई ऐसी खबर, जिसे सुनकर आपके कानो को भी नहीं होगा यकीन पहले भी मिल चुकी है प्रोविजनल अनुमति वर्तमान भाजपा सरकार के समय ही पहले भी प्रदेश में पहले से चल रहे सरकारी मेडिकल कॉलेजों में संसाधनों की कमी बताते हुए एमसीआई ने बढ़ी हुई सीटों को घटा दिया था। इसके बाद राज्य और केन्द्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद एमसीआई ने प्रोविजनल अनुमति देकर सीटों को बरकरार रखा था। दावा सही साबित होता है तो इस बार भी एमसीआई पांच मेडिकल कॉलेजों के लिए प्रोविजनल अनुमति दे सकती है।