सूची में देरी से गहराया विवाद, पांच थानों की पुलिस व आरएसी
जानकारी के अनुसार विवाद मतदाता सूची में देरी की वजह से शुरू हुआ। चुनाव के लिए रविवार को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होना था। जिसके लिए एक बजे तक आपत्ति दर्ज करने का समय था। लेकिन, निर्वाचन अधिकारी ने रात 11 बजे तक उसे जारी नहीं किया। इससे आक्रोशित जिला परिषद सदस्य जयंत निठारवाल व कांग्रेस नेता सुभाष मील सहित कई समितियों से जुड़े लोग दीवार फांदकर निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के पास पहुंच गए और सूची से उनकी समिति का नाम काटने की आशंका जाहिर करते हुए विरोध प्रदर्शन करने लगे। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पर वहां मौजूद कुर्सियां भी फेंकनी शुरू कर दी। जिससे कार्यालय की खिड़कियों के शीशे व कई कुर्सियां फूट- टूट गई। इस दौरान निर्वाचन अधिकारी ने एमडी के कक्ष में शरण ली। सूचना पर सीओ ग्रामीण राजेश आर्य, रानोली एसएचओ घासीराम मीणा पहुंचे। हालात बेकाबू होते देख सदर थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह, उद्योग नगर थानाधिकारी पवन चौबे, खाटूश्यामजी थानाधिकारी पूजा पूनियां, खंडेला थानाधिकारी महेन्द्र मीणा तथा आरएसी का जाब्ता पहुंचा। ढाई बजे एसडीएम अशोक रणवां भी पहुंचे। जिसके बाद तीन बजे मतदाता सूची का प्रकाशन हुआ।
60 से ज्यादा समितियों के नाम कटे, बढ़ा आक्रोश
मतदाता सूची में 60 से ज्यादा समितियों के नाम शामिल नहीं हुए। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों का आक्रोश ज्यादा बढ़ गया। पुलिस जब निर्वाचन अधिकारी को कार्यालय से बाहर निकालकर ले जाने लगी तो प्रदर्शनकारी पुलिस जीप के सामने बैठ गए। उन्होंने निर्वाचन अधिकारी के खिलाफ जमकर नारे लगाए। इस पर पुलिस उन्हें वापस अंदर ले गई। इसके बाद भी पुलिस ने समझाइश व हल्के बल प्रयोग से निर्वाचन अधिकारी को घर भेजने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं हटे। आखिरकार भारी पुलिस घेरे के बीच निर्वाचन अधिकारी को थोड़ी दूर पैदल चलाने के बाद आगे वाहन में बिठाकर रवाना किया गया।
26 को है चुनाव, कोर्ट में जाएगा मामला
सीकर दुग्ध संघ के चुनाव 26 अप्रेल को है। जिसके लिए रविवार को मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद 22 अप्रेल को नामांकन प्रक्रिया प्रस्तावित है। चुनाव से कई समितियों के बाहर होने के बाद समितियों ने कोर्ट की शरण लेने का फैसला लिया है।
लॉकडाउन के आदेश हवा
चुनाव को लेकर हुए हंगामे में कोरोना को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के कायदे भी हवा हो गए। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों व पुलिसकर्मियों तक ने मास्क नहीं लगा रखे थे। वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग की भी धड़ल्ले से धज्जियां उड़ती दिखी।