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37 साल देश सेवा कर तीन बेटों को सेना में भेजा, अब युवाओं में जज्बा भर रहे करामत

देश भक्त सैनिक करामत अली युवाओं में भर रहे देश भक्ति की भावना

सीकरJan 15, 2022 / 07:02 pm

Ajay

37 साल देश सेवा कर तीन बेटों को सेना में भेजा, अब युवाओं में जज्बा भर रहे करामत

रविन्द्र सिंह राठौड़
सीकर. शेखावाटी के जर्रे-जर्रे में वीर शहीदों की गाथाएं हैं तो हर गांव-ढाणी में शहीद स्मारक। युद्ध चाहे कोई भी हो, शेखावाटी के वीर सपूतों ने हमेशा तिरंगे का मान बढ़ाया है। शेखावाटी के कई गांव और कई परिवार ऐसे हैं जिनका सेना से कई पीढिय़ों से जुड़ाव है। इसी तरह के जुड़ाव की कहानी है लक्ष्मणगढ़ इलाके के गौरव सेनानी करामत अली पठान के परिवार की। उन्होंने खुद सेना में 37 साल सेवाएं दी। इसके बाद अपने तीन बेटों को भी देश सेवा में भेज दिया। अब गांव-ढाणियों में जहां भी जाते हैं युवाओं को सेना भर्ती में शामिल होने के टिप्स देकर प्रोत्साहित करते हैं। बकौल पठान, सेना में एक सैनिक अपने कर्तव्य को ईमानदारी, निस्वार्थ, निष्पक्ष व निर्भीक होकर पूरा करता है। भारतीय सेना की अनुशासन के मामले में पूरी दुनिया में एक मिसाल है। इसलिए अनुशासन का दूसरा नाम ही भारतीय सेना है। बोले- बेटों को वे दूसरे कॅरियर की तरफ मोड़ सकते थे, लेकिन परिवार का सेना से ऐसा जुडाव बन गया कि पहले देश सेवा का विकल्प ही चुनते हैं। पठान के प्रोत्साहन की बदौलत सैकड़ों युवा सेना में शामिल हो चुके हैं।

आर्मी व बीएसएफ दोनों में की देश सेवा
लक्ष्मणगढ़ के खीरवा गांव निवासी हवलदार करामत अली पठान भारतीय सेना व बीएसएफ दोनों में सेवा दे चुके हैं। 85 वर्षीय करामत अली ने 18 साल आर्मी और 19 साल बीएसएफ में सेवा देकर मान बढ़ाया। आर्मी में कैवेलरी 61 से हवलदार और बीएसएफ में इंस्पेक्टर के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद करामत अली युवाओं को आगे बढऩे की प्रेरणा दे रहे हैं। इनके गांव में करीब 90 भूतपूर्व सैनिक हैं।

पांच बार सम्मानित हुए पठान
हवलदार करामत अली पठान नेशनल डिफेंस एकेडमी की पासिंग आउट परेड में तत्कालीन राष्ट्रपति जाकिर हुसैन से सम्मानित हुए। उसके बाद घुड़सवारी के थ्री डे इंवेट में टीम का तीसरा व स्वयं ने पहला स्थान प्राप्त कर सम्मानित हुए। इसी तरह दो बार घुड़सवारी के थ्री डे इंवेट में राष्ट्रपति वीवी गिरी व ज्ञानी जैल ङ्क्षसह से सम्मानित हुए। बीएसएफ की ओर से प्री ओलंपिक में घुड़सवारी में स्वर्ण पदक जीतने पर राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने सम्मानित किया।


तीन बेटे सेना में ऑफिसर

हवलदार पठान के तीन बेटे ऑफिसर रैंक पर देश की सेवा कर रहे हैं। पहला बेटा याकूब अली पठान बीएसएफ में डिप्टी कमांडर के पद पर जयपुर तैनात है। दूसरा बेटा सलीम पठान कैवेलरी में लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में हिसार में पदस्थापित हैं। तीसरा बेटा इरफान पठान नेवी में लेफ्टिनेंट कमांडर के पद पर दिल्ली में कार्यरत है।

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