scriptलोगों में खौफ स्वाइन फ्लू थमा नहीं, अब अन्य बीमारियों के जाल में फंसे लोग | People are not afraid of swine flu, now people trapped in the trap of | Patrika News

लोगों में खौफ स्वाइन फ्लू थमा नहीं, अब अन्य बीमारियों के जाल में फंसे लोग

locationसीकरPublished: Feb 26, 2019 01:45:02 am

Submitted by:

Kailash

लोगों में खौफ स्वाइन फ्लू थमा नहीं, अब अन्य बीमारियों के जाल में फंसे लोग

sikar

लोगों में खौफ स्वाइन फ्लू थमा नहीं, अब अन्य बीमारियों के जाल में फंसे लोग


खत्म नहीं हो रही मरीजों की कतारें
अस्पतालों में लगी मरीजों की भीड़
सीकर. सुबह और रात की सर्दी और दिन में गर्मी के साथ बदल रहे मौसम के मिजाज मौसमी बीमारियों के मरीजों का आंकडा बढ़ गया है। सरकारी अस्पतालों सहित निजी अस्पतालों में बड़ी संख्या में सर्दी, खांसी, जुकाम सहित मौसमी बीमारियों के मरीज पहुंच रहे हैं।
डॉक्टरों ने इस मौसम में लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है। हालत यह है कि जिला अस्पताल की ओपीडी में हर रोज वायरल फ ीवर, बुखार, सर्दी जुकाम से ग्रस्त लगभग १50 से ३५0 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। इनमें बच्चों में खांसी जुकाम, बुखार के साथ छाती जाम होने की शिकायत ज्यादा आ रही है। वहीं बुजुर्गों को सांस लेने की परेशानी हो रही है। पिछले पांच दिन में एसके अस्पताल के मेल मेडिकल वार्ड में २० से ज्यादा मरीज श्वास संबंधी रोग के सामने आ चुके हैं। वहीं अन्य मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या तो सैकडों में हैं।
बच्चों का रखें ध्यान
मौसम में हो रहे परिवर्तन के कारण खान-पान में भी सावधानी जरूरी है। इसके साथ ही छोटे बच्चों का विशेष रूप से ध्यान रखने की जरूरत है। चिकित्सकों के अनुसार मौसम परिवर्तन के कारण अभिभावकों को बच्चों को पानी उबालकर या फिल्टर करके देना चाहिए।
छोटे बच्चों के गीले कपडे समय पर बदलते रहें, जिससे बच्चों को संक्रमण और सर्दी, जुकाम व खांसी से बचाया जा सके। तली-गली और डिब्बा बंद खाद्य सामग्री के उपयोग से बचना चाहिए।
तीन स्वाइन फ्लू पॉजीटिव मिले
सीकर. जिले में सोमवार को स्वाइन के तीन नए पॉजीटिव मिले हैं। लक्ष्मणगढ की ५५ वर्षीय भंवर कंवर, कारंगा छोटा के डेढ वर्षीय कारंगा छोटा निवासी हर्षवर्धन, फदनपुरा फतेहपुर के एक वर्षीय दिव्यांशु में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है।
बैकफुट पर अस्पताल प्रबंधन, आदेश निरस्त
सीकर. कर्मचारियों के मामले में एसके अस्पताल प्रशासन बैक फुट पर हैं। एसके अस्पताल में एनआरएचएम के जरिए लगे सात कर्मचारियों को एनजीओ के हवाले करने के आदेश को अस्पताल ने निरस्त कर दिया गया है। इससे संविदा पर लगे सभी कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई। वहीं कर्मचारियों ने इसे प्रबंधन की कुनीतियों के खिलाफ जीत बताया है। आदेश की प्रति एनजीओ को भी दे दी गई है। राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन के प्रदेश संयोजक एवं उपाध्यक्ष गोवर्धन ख्यालिया ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने समय रहते ही इस आदेश को वापस ले लिया ,जिससे एक बड़ा आंदोलन टल गया। साथ ही इससे कर्मचारियों में आत्मविश्वास भी बढ़ा है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों अस्पताल के सात सात कर्मचारियों को एनजीओ के हवाले कर दिया गया था। इससे कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा था। पत्रिका ने इस संबंध में खबर का प्रकाशन कर प्रबंधन को जगाया। इसके बाद वापस ले लिए गए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो