सीकरPublished: Apr 10, 2021 06:27:13 pm
Suresh
जिले में महज दो दिन की डोज शेष, कल आएगी परेशानी
सीकर में कोरोना वेक्सीन की किल्लत से जूझ रहे हैं लोग
सीकर. वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण की चेन तोडऩे में अहम भूमिका निभाने वाली दवा की कमी जिले वासियों के लिए भारी पड़ सकती है। एक ओर कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी है लेकिन जिले में एक बार फिर कोरोना वेक्सीन की किल्लत बरकरार पर है। इसकी बानगी है कि जिले में अब केवल दो दिन की वैक्सीन बची हुई है। जिले में नए साल में दूसरी बार कोरोना की दवा की कमी आई है। यही नहीं दवा के वितरण को लेकर भी प्रदेश में डिमांड भेजने के बावजूद किसी प्रकार मैसेज नहीं आया है। कोरोना की वेक्सीन की दवा की खेप नहीं आने दवा का भंडार खत्म होने के कगार पर है। जिले को तीन अप्रेल को 75 हजार कोरोना की डोजमिली थी।
रोज 15 डोज की खपत
जिले में कोरोना वेक्सीनेशन के तहत फिलहाल हर ब्लॉक पर औसतन 40 केन्द्र बना जा रहे हैं। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए वैक्सीनेशन का बढ़ावा देने के लिए जिले के हर ब्लॉक में सेंटर्स बनाए जाने पर दवा की खपत कई गुना बढ़ जाएगी लेकिन रोजाना औसतन 12800 डोज की खपत है। जिले में अब तक वैक्सीनेशन के लिए तीन लाख 70 हजार डोज आ चुके हैं। इसमें से तीन लाख 15 हजार डोज लगाए जा चुके हैं।
10470 को लगाए कोरोना के टीके
सीकर जिले में कोरोना वेक्सीनेशन के तीसरे चरण में शुक्रवार को वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण करवाने वाले लोगों की संख्या कम हो गई। दवाई की कमी के कारण लोग सेंटर्स पर इधर-उधर भटकते रहे। वहीं नर्सिंग स्टॉफ भी टीकाकरण आने वाले लोगों को टरकाता रहा। अभियान के तहत शुक्रवार को 10 हजार 470 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए।
इनका कहना है
यह सही है कि जिले में कोरोना वैक्सीन की दवा की किल्लत हो गई है। जिले के वेक्सीनेशन सेंटर्स के हिसाब से दवा का स्टॉक महज दो दिन का ही है। प्रदेश स्तर पर डिमांड भेजी हुई है लेकिन दवा की आपूर्ति के लिए कोई निर्देश नहीं आए हैं। –
डा निर्मल सिंह, जिला नोडल अधिकारी, वैक्सीनेशन