60 करोड़ रुपए की खरीद
निगम 11 सर्किलों में उपभोक्ताओं को बिजली उपलब्ध कराने के लिए प्रतिदिन करीब 60 करोड़ रुपए की बिजली खरीदता है। जिसका भुगतान भी समय पर करना पड़ता है। भुगतान नहीं करने की सूरत में कंपनियां बिजली आपूर्ति बंद कर सकती है। तब कोरोना लॉक डाउन में लोगों को रातें भी अंधेरे में गुजारनी पड़ सकती है। वहीं तीन चार दिन बाद निगम प्रबंधन को अपने अधिकारियों, अभियंताओं व कर्मचारियों को अप्रैल माह का वेतन करीब 55 करोड़ रुपए का भुगतान भी करना है। ऐसे में यदि उपभोक्ता समय पर बिल जमा नहीं कराएंगे तो निगम की व्यवस्थाएं भी गड़बड़ा सकती है।
आमजन समझें जिम्मेदारी
निगम का कहना है कि बिजली अति आवश्यक सेवा है। कोरोना से संघर्ष की इस घड़ी में डिस्कॉम सातों दिन 24 घंटे काम कर रहा है। ऐसे में आमजन को भी अपनी जिम्मेदारी समझ कर ऑनलाइन सेवा का उपयोग कर बिल जमा कराना चाहिए। ताकि बिजली खरीद का भुगतान समय पर हो सके। साथ ही सभी सरकारी कार्यालयों से भी आग्रह किया गया है कि बिल समय पर जमा करवाएं।