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PHOTO : सीकर रेलवे स्टेशन को बेहद हाइटेक बनाने में जुटे एक हजार श्रमिक, जानिए क्या-क्या होगा खास

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6 years ago
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सीकर. देर से ही सहीं, लेकिन सीकर का रेलवे स्टेशन हाइटेक बन रहा है। स्टेशन के तीनों प्लेटफार्म अगले माह तक ब्रॉडगेज के अनुसार तैयार हो जाएंगे। साथ ही वहां बने पुल को भी बाहर आरएमएस के पास उतारने की योजना है। स्टेशन पर इस कार्य के लिए वर्तमान में करीब एक हजार मजदूर कार्य कर रहे हैं। दिन के साथ रात में भी कार्य किया जा रहा है। वहीं इलेक्ट्रोनिक इंटरलोकिंग का कार्य पूरा हो गया है।
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रेलवे स्टेशन पर अभी तक ब्रॉडगेज की ट्रेन तीन नंबर प्लेटफार्म से ही चलाई जा रही थी। बुधवार को पहली बार दिल्ली जाने वाली ट्रेन को ट्रायल के रूप में पहली बार दो नंबर प्लेटफार्म पर लाया गया। यहां ट्रायल सफल रही। सीकर-चूरू ट्रेक के क्रॉस का भी रेलवे पुलिया के पास पड़ा अधुरा काम पूरा कर दिया गया है। वहां पर पटरियों के जोइंट मिला दिए गए हैं। ऐसे में इलेक्ट्रोनिक इंटरलोकिंग का कार्य पूरा होने के बाद किसी भी प्लेटफार्म पर ब्रॉडगेज की ट्रेन को चलाया जा सकता है।
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इलेक्ट्रोनिक इंटरलोकिंग सिस्टम को रेलवे के अधिकारी फेल सेफ सिस्टम मानते हैं। इसमें पटरी और सिगनल डाटा लोगर से जुड़ा रहता है। इसका नियंत्रण इलेक्ट्रोनिक पैनल से होता है। पैनल का निर्माण पूरा हो गया है। पटरी में किसी भी तरह की खराबी या दूसरी ट्रेन आने पर पैनल अलार्म से संकेत देता है। साथ ही एक गाड़ी के पटरी पर होने पर दूसरी गाड़ी को सिगनल नहीं दिया जा सकता। इस कार्य के लिए सर्विस बिल्डिंग का कार्य भी पूरा हो गया है।
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सीकर के रेलवे स्टेशन पर बनने वाले प्लेटफार्म पर 26 कोच की ट्रेन खड़ी हो सकेगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में अधिकतम 26 कोच की गाड़ी है। एक कोच की लम्बाई औसतन 22 मीटर मानी जाती है। प्लेटफार्म के निर्माण के लिए मीटरगेज के प्लेटफार्म को हटा दिया गया है। ब्रॉडगेज के लिए प्लेटफार्म की ऊंचाई भी बढ़ाई जाएगी। हालांकि प्लेटफार्म के हेरिजेट लुक के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी।
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ब्रॉडगेज के काम के साथ रेलवे स्टेशन क्षेत्र की चार दीवारी को भी मजबूत कर रहा है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन में आने के लिए नवलगढ़ पुलिया के पास से भी रास्ता रखा जाएगा। सूत्रों का कहना है कि इससे कल्याण सर्किल पर होने वाले जाम से निजात मिल सकेगी। हालांकि मुख्य रास्ता कल्याण सर्किल के पास से ही होगा। वहां पर स्वागत गेट बनाए जाने की योजना है।
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इलेक्ट्रोनिक इंटरलोकिंग का कार्य पूरा हो गया है। इसकी टेस्टिंग चल रही है। बुधवार को पहली बार दिल्ली जाने वाली गाड़ी को टेस्टिंग के लिए दो नंबर प्लेटफार्म पर लाया गया। अगले माह तक प्लेटफार्म का कार्य पूरा हो जाएगा। इसके लिए दिन के साथ रात में भी कार्य जारी है। -हनुमान प्रसाद दानोदिया, स्टेशन अधीक्षक, सीकर
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