Bitiya@Work: बेटियों का अपने पैरेंट्स के ऑफिस जाना खास अनुभूति रही। जहां एक तरफ उन्होंने अपने माता-पिता के काम को समझा, वहीं कार्यस्थल पर होने वाली चुनौतियों को भी जाना।
ऑफिस : अरिहंत हास्पिटल , सीकर
बिटिया का नाम : नायशा
पिता का नाम : डॉ अजय जैन (चिकित्सक)
पापा के आफिस जाकर महसूस किया कि उनका काम कितना महत्वपूर्ण व जिम्मेदारी भरा है। -नायशा
ऑफिस : राजकीय स्कूल बगडिय़ों की ढाणी
बिटिया का नाम : प्रिंस चौधरी
पिता का नाम :महेंद्र भगत (शिक्षक)
पापा की स्कूल आकर पता चला कि वे किस तरह काम करते हैं तथा किस तरह बच्चों को पढ़ाते हैं। -प्रिंस
ऑफिस : राठी हास्पिटल सीकर
बिटिया का नाम : लावण्या राठी
पिता का नाम: डॉ अंंकुश राठी (चिकित्सक)
पापा के साथ बैठकर उनके काम करने के तरीके को जाना। उनका मरीजों के प्रति व्यवहार देखकर लगा कि उनमें कितना धैर्य है। -लावण्या
ऑफिस : सरस्वती विद्या मंदिर
बिटिया का नाम : कोमल व दिव्यांशी
पिता का नाम : विनोद कुमार कुमावत
पापा के कार्यालय जाकर पता चला कि स्कूल चलाना कितनी जिम्मेदारी का काम है। -कोमल व विव्यांशी