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इंटरनेट पर वीडियों और फिल्में देखकर बनाई बैंक लूट की योजना, हड़बड़ाहट में हो गई गलती

locationसीकरPublished: Oct 10, 2020 10:08:33 am

Submitted by:

Sachin

सीकर. कैनरा बैंक लूट में पकड़ा गया किशोर सैनी 5 महीने से बैंक लूट की योजना बना रहा था। वह पिछले 5 महीने से इंटरनेट व टीवी पर बैंक लूट के वीडियों देख रहा था।

sikar bank loot

सीकर. कैनरा बैंक लूट में पकड़ा गया किशोर सैनी 5 महीने से बैंक लूट की योजना बना रहा था। वह पिछले 5 महीने से इंटरनेट व टीवी पर बैंक लूट के वीडियों देख रहा था। बैंकलूट की वारदातों की उसने कई फिल्में भी टीवी पर देखी। बैंक लूट के दौरान कर्मचारियों के हाथ बंाधने का आइडिया उसे फिल्म देखने से ही आया। उसने अप्रैल मे बैंक लूट की योजना बनाकर हथियार भी खरीद लिया था। वह खुद उत्तरप्रदेश से 25 हजार रुपए में हथियार खरीद कर लेकर आया। दो दिन तक वह उत्तरप्रदेश में ही हथियार खरीदने के लिए घूमता रहा था। उसे काफी तलाश के बाद पिस्टल के लिए कारतूस नही मिले थे। इसलिए वह बैंक में खाली पिस्टल लेकर ही आ गया था। फिलहाल उद्योगनगर पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है। उद्योगनगर थानाधिकारी पवनकुमार चौबे ने बताया कि किशोर सैनी पुत्र शंकरलाल सैनी निवासी मारूतिनगर जयपुर रोड अकेला ही बैंक लूटने के लिए पैदल ही आया था। वह कई दिनों से बैंक में आकर रैकी कर रहा था। बैंक में आए दिन आने-जाने के कारण उसे बैंक कर्मचारी भी पहचानते थे। किशोर मुंह पर कपड़ा व चस्मा लगाकर बैंक को लूटने के लिए घुसा था। उसने अकेले ही सभी कर्मचारियों के तार से हाथ पीछे की ओर बंधवा कर नीचे लिटा दिया था। बैंक कर्मचारी विजय के बाहर भागने पर वह कुछ घबरा गया। इसके बाद हडबड़ाहट में बैग को छोड़ कर बैंक से बाहर भाग निकला। उसने पिस्टल भी पैंट में छिपा ली थी। फिलहाल पुलिस उससे वारदात को लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने शुक्रवार को बैंक कर्मचारियों से भी घटना को लेकर पूछताछ की। पुलिस ने बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले।


घर पर ही मोबाइल छोड़कर आया
जांच के दौरान पता लगा कि किशोर सैनी अपना मोबाइल भी साथ लेकर नहीं गया था। वह काफी शातिर है और पूरी प्लानिंग के साथ ही बैंक में गया था। लूट के बाद मोबाइल नेटवर्क से पकड़े जाने के डऱ से वह मोबाइल लेकर नहीं गया। उसने बताया कि पुलिस मोबाइल की कॉल डिटेल व लोकेशन के आधार पर पकड़ लेती है। इसलिए वह मोबाइल को कमरे में छोड़ कर आया था। वह बैंक लूट के बाद आराम से घर पर आ जाता। पुलिस उसके मोबाइल को खंगाल रही है। उसके मोबाइल में भी कई वीडियों मिले है।

कर्ज से था परेशान चल रहा था लुटेरा
जांच में पता लगा कि बैंक लुटेरा किशोर सैनी पर करीब 11 लाख रुपए का कर्जा था। साथ ही बैंक का भी लोन चल रहा था। वहीं उसके पिता को भी कैंसर है। इसी कारण से वह कर्जे से परेशान चल रहा था। पहले वह कार बाजार में पुरानी गाडियों की खरीद-फरोख्त करता था। बाद में वह ऑटोमोबाइल शोरूम में काम करने लग गया था। उसके दो बच्चे है। लूट के बाद चुपचाप फरार होने के कारण वह कोई वाहन भी लेकर नहीं आया था।


बैंक प्रबंधक के रिश्तेदार डॉ.सहारण के बयान लिए
पुलिस ने हनुमानगढ़ में नोहर के डॉ. महेश सहारण को बुला कर पूछताछ के बाद बयान दर्ज किए। जांच में उन्होंने बताया कि सुमन उनकी साली है और कुछ महीने पहले ही तबादला हुआ है। उसके दांत में दर्द हो रहा था। तब दवाई के लिए बैंक प्रबंधक ने फोन किया। बातचीत के दौरान अचानक आवाज बंद हो गई। तब वहां से आवाज आई कि सभी केबिन से बाहर आकर यहां बैठ जाओं। बैंक में कितने रुपए है। कैशियर कौन है। चाबी लेकर आओं। डा. सहारण ने बताया कि जब सुना कि कैशियर के हाथ पीछे बांध दो, नीचे लेट जाओं। तब उन्होंने वे बैंक में लूट की घटना को लेकर भांप गए। तब उन्होंने पुलिस को फोन कर सूचना दी। पुलिसकर्मियों ने भी तुरंत रिस्पांस दिया और बैंक पहुंच गए।

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