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खेलो इंडिया गेम्स में राजस्थान के सात विश्वविद्यालयों के खिलाडिय़ों ने बढ़ाया मान

locationसीकरPublished: May 14, 2022 09:10:18 pm

Submitted by:

Ajay

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में ओपीजेएस यूनिवर्सिटी का धमाल: डॉ जोगेंद्र सिंह
नए खेलों में भी कॅरियर की राह तलाश रहे होनहार

खेलो इंडिया गेम्स में राजस्थान के सात विश्वविद्यालयों के खिलाडिय़ों ने बढ़ाया मान

नए खेलों में भी कॅरियर की राह तलाश रहे होनहार


सीकर.
बेंगलुरु में आयोजित हुए खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में देश भर की तकरीबन 189 यूनिवर्सिटी ने हिस्सा लिया। इसमें 4 हजार खिलाडिय़ों ने 20 प्रतियोगिताओं में दमखम दिखाया। तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, मुक्केबाजी, तलवारबाजी, फुटबॉल, हॉकी, जूडो, कबड्डी, निशानेबाजी, तैराकी, टेनिस, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल, भारोत्तोलन, कुश्ती और कराटे जैसे खेलों में कुल 275 स्वर्ण पदक दांव पर थे। इस बार खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों से स्वदेशी खेल मल्लखंब और योगासन को भी जोड़ा था। ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के फाउंडर डॉ. जोगेन्द्र सिंह ने कहा कि खिलाडि़यों ने मेहनत के दम पर एक बार फिर बादशाहत कायम रखी है। खेलों के इस महाकुंभ में राजस्थान की ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के खिलाडिय़ों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अंक तालिका में 17 वा स्थान हासिल किया। वहीं अगर राजस्थान प्रदेश की बात करें तो सभी सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटी में से ओपीजेएस यूनिवर्सिटी टॉप 20 में जगह बनाने वाली पहली यूनिवर्सिटी रही।

महिला रेसलिंग में यूनिवर्सिटी ने गोल्ड मेडल की हैट्रिक लगाई
76 किलोग्राम वर्ग में पूजा ने गोल्ड मेडल, 72 किलोग्राम वर्ग में रितिका ने गोल्ड मेडल ,59 किलोग्राम वर्ग में पुष्पा ने गोल्ड मेडल जीता। वही कोमल दलाल ने 65 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता। दीक्षा मलिक ने 62 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता। वही महिला रेसलिंग में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में ओपीजेएस यूनिवर्सिटी ने पहले स्थान की ट्रॉफी प्राप्त की। पुरुष रेसलिंग में 92 किलोग्राम वर्ग में अनिल ने गोल्ड मेडल जीता। ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के मुक्केबाजों ने भी पदकों पर जमकर पंच लगाए। मुक्केबाजी में ओपीजेएस यूनिवर्सिटी को तीन मेडल प्राप्त हुए। इसमें अक्षय कुमार ने 63 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल मनीष ने 57 किलो भार वर्ग में सिल्वर मेडल और युवराज ने 54 किलोग्राम भार वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता। बहल में आयोजित हुए इंटर यूनिवर्सिटी खेलों में ओपीजेएस यूनिवर्सिटी ने दूसरा स्थान हासिल किया था। एमडीयू यूनिवर्सिटी पहले स्थान पर थी, लेकिन अब ओपीजेएस यूनिवर्सिटी ने एमडीयू यूनिवर्सिटी को पछाड़कर महिला रेसलिंग में पहला स्थान हासिल कर लिया है।

स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी के तौर पर उभर रही ओपीजेएस यूनिवर्सिटी
ओपीजीसी यूनिवर्सिटी कि अगर खेलों की बात करें तो यूनिवर्सिटी का सफर शानदार रहा है। यूनिवर्सिटी ने इससे पहले भी कई प्रतियोगिताओं में 50 से ज्यादा पदक जीते हैं। खेलों में यूनिवर्सिटी जिस तरीके से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है उसकी सबसे बड़ी वजह है यूनिवर्सिटी के फाउंडर डॉ जोगिंदर सिंह खुद एक अच्छे खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते इसलिए उनका खेलों के प्रति काफी रुझान है। यूनिवर्सिटी में खेलों के लिए हर आधुनिक तकनीक को आजमाया जा रहा है।

पढ़ाई के साथ खेलों में चमक रही हमारी बेटियां
सीकर.
राजस्थान की बेटियां अब पढ़ाई के साथ खेलों में भी चमक रही है। जैन विवि बैगलूरू में आयोजित खेलो इंडिया विश्वविद्यालय गेम्स में इस बार राजस्थान के खिलाडिय़ों ने शानदार के दम पर प्रदेश का मान बढ़ाया है। सरकारी के साथ निजी विश्वविद्यालयों के होनहारों की इस प्रतियोगिता में बादशाहत जारी रही। खास बात यह है कि राजस्थान के सात विश्वविद्यालयों की 10 बेटियों ने शानदार प्रदर्शन की बदौलत रैकिंग में उछाल आया है। वहीं इस विश्वविद्यालय स्तर के खेलों में अब नया बदलाव भी सामने आया है। परम्परागत खेलों के साथ नए खेलों में भी युवा कॅरियर की नई राहें तलाश रहे हैं। सीकर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विवि के खिलाडिय़ों ने राजस्थान विवि से भी बेहतर रैंक हासिल कर खेलों में बादशाहत जारी रखी है। प्रतियोगिता में मेजबान जैन विश्वविद्यालय के खिलाडिय़ों ने 32 पदक जीतकर अपने विवि को पहली रैंक दिलाई है। इसमें 20 स्वर्ण पदक शामिल है। जबकि 51 पदकों के साथ लवली विवि दूसरे पायदान पर रही है। वहीं तीसरे पायदान पर 48 पदकों के साथ पंजाब विश्वविद्यालय रहा है।

राजस्थान विवि से आगे रहा, शेखावाटी विवि
इस प्रतियोगिता में राजस्थान विवि से आगे हमारा शेखावाटी विवि रहा है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की पांचवीं रैंक मिली है। यहां के खिलाडिय़ों ने 14 स्वर्ण पदकों के साथ 41 पदक जीते है। जबकि नौ पदकों के साथ ओमप्रकाश जोगेन्द्र सिंह विश्वविद्यालय ने 17 वीं रैंक हासिल की है। यहां के खिलाडिय़ों ने नौ पदक जीते है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विवि सात पदकों के साथ देशभर में 43 वीं रैंक हासिल की है। यहां के खिलाडिय़ों ने एक स्वर्ण पदक के साथ सात पदक जीते है। कोटा विश्वविद्यालय दो पदकों के साथ 58 वें पायदान पर रही है। महाराज गंगासिंह विश्वविद्यालय ने पांच पदक के साथ 59 वीं रैंक, राजस्थान विश्वविद्यालय ने 4 पदकों के साथ 74 वीं, एक पदक के साथ जय नारायण व्यास विवि ने 99 वीं रैंक हासिल की है।

इन दो उदाहरणों से समझें बेटियों के जज्बे को

किसान की बेटी लगातार जीत रही तमगे
रसीदपुरा गांव निवासी डिस्क्रस थ्रो खिलाड़ी पूनम फेनिन ने स्कूली गेम्स से कॅरियर की शुरूआत की। पहले वह दौड़ प्रतियोगिता का अभ्यास करती। लेकिन पिता दीनदयाल फेनिन की सलाह पर उन्होंने खेल बदल लिया। इस दौरान काफी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। लेकिन हार नहीं मानी। इसी जुनून के दम पर वह शेखावाटी विवि को कई पदक जीता चुकी है। नेशनल प्रतियोगिता बैंगलोर व रांची में स्वर्ण पदक जीत चुकी है। उनका सपना भारतीय टीम के लिए खेलना है। वह प्रिंस कॉलेज सीकर में बीए अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही है।

बॉक्सिंग में मुस्कान ने बढ़ाया शेखावाटी का मान
बॉक्सिंग जैसे खेल में भी हमारी बेटियां किसी से कम नहीं है। शेखावाटी विवि की खिलाड़ी मुस्कान ने सात साल की मेहनत के दम पर इस खेल में अपनी अलग पहचान बनाई है। खेलो इंडिया में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता है। अब वह अगले महीने होने वाली अन्तराष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी में वह जुट गई है। फिलहाल वह सूरतगढ़ कॉलेज सरस्वती विद्या मंदिर बीए सैकण्ड की नियमित विद्यार्थी है। इससे पहले भी वह कई प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी है।

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