-बाहर की दवाईयां खरीदने को मजबूर मरीज
-लगातार निरीक्षण के बावजूद भी नहीं खौफ
-सिरोही अस्पताल का मामला सामने आने पर बीसीएमएचओ ने प्रभारी से मांगा जवाब
सीकर
Published: April 28, 2022 10:33:38 am
सीकर/नीमकाथाना. मरीजों के लिए मुफ्त इलाज और दवाईयां उपलब्ध करवाने के लिए सरकारी अस्पताल में सरकार खुब बजट खर्च कर रही है। बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सीएचसी व पीएचसी में आने वाले मरीज और उनके तीमारदार बाहर की मेडिकल स्टोर से दवाईयां खरीदने को मजबूर हैं। कलक्टर के आदेश पर उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता सहित जिम्मेदार अधिकारी गांवों में स्थित सरकारी अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर चुके है। फिर भी डॉक्टर्स बेखौफ होकर मरीजों को बाहर की दवाएं लिख रहे हैं। ऐसे में दवाओं के नाम पर कमीशनखोरी के खेल से इनकार नहीं किया जा सकता। 1 अप्रेल से सरकारी अस्पताल में सरकार मरीजों के हित में पर्ची का शुल्क भी हटा दिया है। पर्ची से मरीज की पूरी जांच व दवाईयां निशुल्क दी जाती है। बावजूद ग्रामीण इलाकों में स्थित सीएचसी व पीएचसी की ओपीडी में बैठे डॉक्टर्स मरीजों को बाहर की दवाईयां लिख रहे हैं। देखने में आया है कि कुछ डॉक्टर्स अस्पताल की सरकारी पर्ची पर तो कुछ अलग से सादा पर्ची पर मरीज को बाहर की दवाईयां लिख रहे हैं। ऐसे में जिला अस्पताल में मुफ्त इलाज के दावे बेमानी साबित हो रहे हैं। समीपवर्ती गांव सिरोही में स्थित अस्पताल में सोशल मीडिया पर डॉक्टर्स द्वारा बाहर की दवा लिखे जाने की खबर फेलने पर प्रशासन हरकत में आया।
कमी बताकर लिखते है बाहर की दवा
अस्पताल में मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों का कहना है कि अस्पताल में दवाईयों की कमी बताकर डॉक्टर बाहर की दवा लिख देते है। हालांकि अस्पताल में ऐसी कई दवाईयां होती है, जो उपलब्ध नहीं होती है। लेकिन उसकी जगह दूसरे शाल्ट की दवा उपलब्ध रहती है, जो भी सेम बीमारी में काम आती है।
इनका कहना है....
सिरोही अस्पताल के बारे में बाहर की दवाईयां लिखे जाने का मामला सामने आया है। चिकित्सा प्रभारी से रिपोर्ट मांगी गई है।
डॉ अशोक यादव, बीसीएमएचओ
नीमकाथाना
सबसे लोकप्रिय
शानदार खबरें
मल्टीमीडिया
Newsletters
Follow Us
Download Partika Apps
Group Sites
Top Categories
Trending Topics
Trending Stories
बड़ी खबरें