सीकर के छात्रों को दिया झांसा, वीक्षकों पर भी संदेह
गिरोह ने सीकर के नवलगढ़ व पिपराली रोड के कई छात्रों को नीट में पास करवाने का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया था। उनके अभिभावकों को विश्वास में लेकर 20 से 30 लाख रुपए के खाली बैंक चैक भी ले लिए। मामले में पुलिस को कुछ वीक्षकों पर भी गिरोह से मिलीभगत का अंदेशा है।
एक वर्ष से कर रहे थे तैयारी
पैसा लेकर परीक्षा में पास करवाने वाला यह गिरोह पिछले एक वर्ष से तैयारी कर रहा था। जिस फर्जी विद्यार्थी को परीक्षा में बैठाना होता उसकी फोटो को वास्तविक विद्यार्थी से कम्प्यूटर की सहायता से मिक्स कर देते। उसी फोटो को प्रथम आवेदन पत्र पर लगाते। फिर परीक्षा के लिए जारी एडमिट कार्ड पर लगाते, जिससे वीक्षक धोखा खा सके। गिरफ्तार आरोपियों में दिनेश बाजिया गिरोह का सरगना है।
नीट में पास नहीं हुए तो बना लिया गिरोह
गिरोह में बीएएमएस और नर्सिंग के विद्यार्थी भी शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों ने वर्ष 2016 में सीकर में नीट की तैयारी की थी। नीट में पास नहीं होने पर इन्होंने बीएएमएस और नर्सिंग में प्रवेश ले लिया। फिर परीक्षा में पास करवाने वाला गिरोह बना लिया। गिरफ्तार आरोपी जयपुर जिले के अमरसर थाना इलाके के अणतपुरा गांव का निवासी दिनेश बाजिया, जालोर जिले के बागोड़ा थाना इलाके के भालनी गांव का निवासी रमेश कुमार विश्नोई, नरेश कुमार विश्नोई, अशोक कुमार विश्नोई, जयपुर के कालवाड़ इलाके के जारपुरा गांव का निवासी वीरेन्द्र चौधरी, बाड़मेर के नागाणा इलाके के डूंडा का निवासी ओमप्रकाश जाट, जालोर के छाव इलाके के देवड़ा का निवासी हरीश विश्नोई, कोटपूतली के सांगटेडा का निवासी अनूप चौधरी, गोविंदगढ़ निवासी राजेन्द्र शर्मा, सीकर के दांतारामगढ़ थाना इलाके के पचार का निवासी वेंकटेश प्रसाद जाट और झुंझुनूं जिले के जालिमपुरा गांव का निवासी दिनेश जाट है।
इनका कहना है:
एसओजी से मिली सूचना पर सीकर पुलिस की डीएसटी और साइबर सैल की टीम पिछले तीन दिन से गिरोह का पीछा कर रही थी। गिरोह के 11 जनों को जयपुर से गिरफ्तार किया गया है। इनके साथियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
कुंवर राष्ट्रदीप, पुलिस अधीक्षक, सीकर