यह है शिकायत
धोद के पेवा गांव निवासी मोतीराम पुत्र भंवरलाल बलाई ने शिकायत में बताया है कि 13 जुलाई को रात आठ बजे धोद पुलिस की गाड़ी घर के बाहर आई। थानाधिकारी अमित नागौरा, कांस्टेबल झाबर, मुकेश व दो अन्य सिपाही आए। वे उसे घर से पकड़कर घसीटते हुए ले गए और गाड़ी में बैठा दिया। इसके बाद पुलिसकर्मी उसे सिंगरावट चौकी में ले गए। वहां पर पूरे कपड़े खोल दिए। उसे लाठियों व पट्टे से जमकर रमारा-पीटा। उस पर गर्म उबलता हुआ पानी डाल दिया गया। उससे राकेश के बारे में पूछताछ की। राकेश खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ था। गंभीर हालत होने पर उसके परिजनों को बुलाया। उससे दस्तावेजों पर साइन कराए। इसके बाद उसे भेज दिया।
शरीर पर चोट के निशान, जले पैर
पुलिस की मारपीट से पीडि़त के शरीर पर चोट के गहरे निशान हो गए हैं। उबलता हुआ पानी डालने से उसके पैर भी जल गए। पीडि़त ने खुद को निर्दोष बताते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
इनका कहना है
हां परिवादी की शिकायत मिली है। मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
राजेश आर्य, डीएसपी ग्रामीण, सीकर