scriptपुलिस की चार जिलों में दबिश, नहीं पकड़े गए शूटर | Police raid in four districts, shooters not caught | Patrika News

पुलिस की चार जिलों में दबिश, नहीं पकड़े गए शूटर

locationसीकरPublished: Jul 22, 2021 06:37:29 pm

Submitted by:

Suresh

निरीक्षक की लूटी कार भी नहीं हुई बरामद, की 24 संदिग्धों से पूछताछदो आरपीएस और 7 निरीक्षकों की टीम लगाई शूटरों की तलाश में

पुलिस की चार जिलों में दबिश, नहीं पकड़े गए शूटर

पुलिस की चार जिलों में दबिश, नहीं पकड़े गए शूटर

सीकर. राणोली इलाके में जयपुर कमिश्नरेट के हैड कांस्टेबल मनेन्द्र सिंह को गोली मार निरीक्षक नरेन्द्र सिंह खींचड की कार लूट ले जाने के मामले में दूसरे दिन भी पुलिस खाली हाथ है। पुलिस अभी तक ना तो शूटरों का पता लगा पाई है और ना ही निरीक्षक की कार का कोई पता नहीं चला है। पुलिस पिछले दो दिन में 30 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी है। शूटरों की तलाश में एएसपी डॉ. देवेन्द्र कुमार शर्मा के नेतृत्व में दो डीवाईएसपी और दस से अधिक थानों की टीम तलाश में लगा रखी है। पुलिस की टीमें सीकर, झुंझुनूं, चूरू और बीकानेर में निरीक्षक की लूटी हुई कार और शूटरों को तलाश रही है। उधर, एसएमएस हॉस्पिटल में घायल हैड कांस्टेबल मनेन्द्र सिंह की तबीयत में पहले से सुधार बताया जाता है। मनेन्द्र के शरीर के अंदर ही गोली है। तबीयत में सुधार होने के बाद गोली निकालने के लिए ऑपरेशन किए जाने की संभावना बताई है।
होटल तक पैदल आए थे लुटेरे शूटर
अब तक की जांच में सामने आया है कि दोनों शूटर वारदात के लिए होटल पर पैदल आए। ऐसे में आशंका है कि लुटेरे शुटरों का राणोली क्षेत्र में कोई सम्पर्क है या वे कोई वारदात के बाद वहां पर पहुंचे थे और उन्हें भागने के लए गाड़ी की जरूरत थी। शूटरों के साथ अन्य वाहन पर और भी साथी होने की संभावना जताई है। पुलिस रानोली क्षेत्र के बदमाशों की भी पहचान करने में जुटी है।
जयपुर का लिंक भी तलाश रही
इधर जयपुर कमिश्नरेट पुलिस भी शूटरों की तलाश में है। सीकर पुलिस की मदद से शूटरों का जयपुर लिंक भी तलाशा जा रहा है। सीकर और जयपुर कमिश्नरेट पुलिस की तकनीकी टीमें भी जुटी हैं। टीमों का फोकस प्रमुख रूप से अब बीकानेर और चूरू जिला है। वजह है कि अपराधी हाइवें पर ही गाड़ी लेकर भागे हैं।
नाकाबंदी को लेकर घिरी पुलिस
पुलिस के हैडकांस्टेबल के गोली मारकर कार लूटने के मामले में प्रमुख लापरवाही नाकाबदंी और सूचना की देरी की रही है। पहले तो पुलिस के पास वारदात की सूचना ही विलंब से पहुंची। पुलिस के अधिकारी ऑफ दा रिकार्ड स्वीकारते हैं कि नाकाबंदी को लेकर इस मामले में लापरवाही बरती गई। अपराधियों के सीकर जिले से बाहर निकलने के बाद पुलिस नाकाबंदी को लेकर सतर्क हुई। चूरू और बीकानेर जिले में भी पुलिस ने कड़ी नाकाबंदी कर अपराधियों को रोकने का प्रयास नहीं किया।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो