24 फीसदी बढ़ा झूठ
फर्जी मामले दर्ज कराने पर इन चार महिनों में अदम वकू की दर बढकऱ 24.86 फीसदी पहुंच गई है। जो कि, पुलिस के लिए भी सिरदर्द बनती जा रही है। जबकि अब तो बलात्कार सहित कई मामले सीधे एसपी के जरिए दर्ज होने की सोहलियत भी बढ़ा दी गई है।
सबसे ज्यादा अपहरण की गढ़ी कहानी
इन महीनों में अपहरण के कुल 2308 मुकदमे दर्ज कराए गए। लेकिन, जांच के दौरान इनमें 893 मामले बिलकुल झूठे निकले। जबकि प्रकरण की सूचना मिलने पर तुरंत नाकाबंदी करवाई गई और बताए गए हुलिए के अनुसार आरोपी का पीछा करने की माथापच्ची पुलिस को करनी पड़ी।
चोरी में भी सीनाजोरी
पुलिस के तहत प्रदेश में चोरी के 12164 प्रकरण दर्ज किए गए थे। परंतु 347 जगहों पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पीडि़त का एक तिनका तक गायब नहीं मिला। जबकि पीडि़त ने रिपोर्ट में हजारों और लाखों रुपए चोरी के लिखवा रखे थे। नकबजनी के 2094 मामलों में 55 फर्जी निकले।
यह है प्रावधान
नियमों के तहत यदि कोई व्यक्ति थाने में झूठा मुकदमा दर्ज कराता है तो पुलिस 182 व 211 की धारा के तहत उसके खिलाफ न्यायालय में इस्तगासा पेश कर सकती है। जिस पर मुकदमा दर्ज कराने वाले के खिलाफ छह महिने से एक साल की सजा का प्रावधान भी है।