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सीकर

प्रवासियों की मातृभूमि की आस पर सियासत ज्यादा, राहत कम, अगले सात दिनों सबसे ज्यादा वापसी

अब तक 3.60 लाख से अधिक प्रवासी राजस्थान आएराजस्थान छोडकऱ गए 1.5 लाख से अधिककोरोनाकाल में सबसे ज्यादा राजनीति इसी मुद्दे परसाढ़े 19 लाख से अधिक ने किया आवेदन

सीकरMay 12, 2020 / 03:44 pm

Ajay

sikar

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सीकर.
लॉकडाउन की वजह से दिल्ली से लेकर जयपुर तक प्रवासियों की घर वापसी को लेकर सबसे ज्यादा सियासी शोर मचा हुआ है। इसके बाद भी पूरी तरह प्रवासी मजदूर अपनी मातृभूमि में नहीं पहुंच सके है। सरकारी सिस्टम से तंग कुछ प्रवासी अपने दम पर मातृभूमि के लिए पैदल ही निकल गए तो कुछ ने साईकिल को सहारा बनाया है। हालांकि सोमवार से ई-पास के नियमों में बदलाव होने से प्रवासियों की घर वापसी की आस जगी है। प्रदेश में आने के लिए लगभग दस लाख से अधिक प्रवासी राजस्थानियों से यहां आने के लिए पंजीयन कराया था। लेकिन अब तक 3.60 लाख प्रवासी राजस्थान आ सके है। यहां से जाने के लिए लगभग साढ़े आठ आख श्रमिकों ने पंजीयन कराया था। लेकिन अभी तक 1.5 लाख प्रवासी यहां से जा सके है। राजस्थान सरकार के पास साढ़े 19 लाख से अधिक प्रवासियों ने पंजीयन कराया है। हालांकि राजस्थान सरकार का दावा है कि मंगलवार रात से प्रवासियों को लाने की कवायद और तेज होगी। इधर, केन्द्र सरका ने भी अब अगले सात दिनों तक मिशन मातृभूमि के तहत प्रवासियों को घर पहुंचाने का ऐलान किया है।

सरकार नहीं ला पा रही इसलिए मजबूर….
केस एक: शेखावाटी से पैदल ही चले गए एक हजार से अधिक
सरकारी मदद नहीं मिलने से परेशान लगभग एक हजार से अधिक श्रमिक शेखावाटी के विभिन्न क्षेत्रों से पैदल ही पलायन कर गए। कई जगह इनको रास्तों में रोका गया लेकिन मजबूरी की वजह से इनको पुलिस ने भी जाने दिया। यहां से जाने वाले ज्यादातर श्रमिकों में यूपी व मध्यप्रदेश के थे।
केस दो: बीकानेर से साइकिल से ही यूपी के लिए निकले
बीकानेर में काम करने वाले मजूदरों का दर्द सरकारी कायदों में उलझा हुआ है। यहां के आठ मजूदरों ने पिछले दिनों ई-पास के लिए आवेदन किया। लेकिन तीन बार आवेदन खारिज हो गया। ऐसे में यह मजदूर साईकिल से ही यूपी के लिए रवाना हो गए।
अब अगले सात दिनों में मिलेगी राहत
अब यहां से आएंगे राजस्थानी, सरकार को मिली सहमति
राज्य सरकार को तेलंगाना से जयपुर, पाली, जोधपुर एवं जालौर, आंधप्रदेश के विशाखापट्टनम से जालौर, विजयवाड़ा से बाड़मेर, नैल्लौर से नागौर, कुरनूल से सिरोही एवं जोधपुर, रांची से जयपुर, महाराष्ट्र के कोल्हापुर से नागौर, सतारा से जयपुर एवं पुणे से राजस्थान के लिए 13 ट्रेन संचालित करने की सहमति मिल गई है। इन ट्रेनों का जल्द सरकार शिड्यूल निर्धारित करेगी।
अगले आठ दिनों में राजस्थान से जाने वाले का शिड्यूल
राज्य सरकार ने अगले आठ दिनों में भेजे जाने वाले प्रवासियों का शैड्यूल जारी कर दिया है। 12 मई तो निवाई, टोंक से बिहार के कटिहार एवं जयपुर से उत्तर प्रदेश के बलिया के लिए शाम 6 बजे ट्रेन जाएगी। 14 मई को जयपुर से गोरखपुर, 16 मई को जयपुर से कानपुर तथा 18 मई को जयपुर से लखनऊ के लिए टे्रन रवाना होंगी। राज्य सरकार को महाराष्ट्र के कोल्हापुर से नागौर के लिए ट्रेन की सहमति प्राप्त हो गई है। जल्द इसका भी शेड्यूल जारी होगा।
सरकार का दावा: 100 से अधिक ट्रेन चलेगी
केन्द्र सरकार ने सोमवार को दावा किया है कि सभी राज्यों में फंसे प्रवासियों को घर पहुंचाने का काम इस सप्ताह तेज होगा। सरकार के अनुसार 100 से अधिक ट्रेन प्रवासियों को लाने के लिए संचालित होंगी। इसमें से 17 ट्रेन राजस्थानी प्रवासियों की खुशियां बढ़ा सकती है।—
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