ऑक्सीजन की कमी हो दूर
डोटासरा ने कहा कि केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन का अधिग्रहण तो कर लिया, लेकिन राज्यों को उसका वितरण सही समय व अनुपात में नहीं हो रहा। जब प्रदेश को 705 मेट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता थी तो राज्य को 366 मेट्रिक टन ऑक्सीजन प्रदान की जा रही थी। और आज जब कोरोना मरीजों के लिए 795 मेट्रिक टन ऑक्सीजन की जरुरत है तो 366 मेट्रिक टन ऑक्सीजन ही पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य को हजीरा,भोरनपुर व कलीमनगर से 140 मेट्रिक टन ऑक्सीजन का आवंटन जरूर किया गया है लेकिन दूरी जगह होने पर वह भी अब तक प्रदेश को नहीं मिली है।
वैक्सीन व वेंटिलेटर को लेकर उठाए सवाल
इस दौरान डोटासरा वैक्सीन व वेंटिलेटर को लेकर भी केंद्र सरकार व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनियां पर सवाल दागे। उन्होंने कहा कि देश में टीके की कमी की वजह से टीकाकरण का काम धीमा चल रहा है। पर केंद्र सरकार ग्लोबल टेंडर की बात कहते हुए भी बाहरी टीकों को मंजूरी नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर्स भी 70 फीसदी तक खराब है। जिनका उपयोग नहीं हो पा रहा। ऐसे में इन सब मुद्दों को लेकर पूनिया को केंद्र से बात करनी चाहिए। डोटासरा ने इस दौरान कोरोना काल में लोकसभाध्यक्ष ओम बिड़ला के प्रयासों की सराहना की। कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी यह बात कह चुके हैं कि जरुरत पडऩे पर बिड़ला का पूरा सहयोग मिल रहा है। डोटासरा ने कोरोना काल में लोगों से भी एक दूसरे की मदद करने की अपील की।