3 स्टाफ की ड्यूटी
सरिता दीवान ने शिक्षा केन्द्र में तीन शिक्षकों निशा, नंदनी व मुस्कान की ड्यूटी लगाई है, जो बच्चों को स्कूल की तर्ज पर पढ़ा रहे हैं। सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक कक्षाएं चलती हैं। बीच में लंच भी होता है। दीवान का लक्ष्य है कि सड़कों पर कूड़ा कचरा बिनने वाले व गरीब तबकों के बच्चों को पढ़ाई के प्रति जागरूक कर उनको स्कूल में प्रवेश करवाना है। ज्ञात हो कि इसके पहले सरिता दीवान ने मदर्स डे पर निशुल्क सिलाई सेंटर का शुभारंभ भूदोली में कराया। इसी दौरान उन्होंने गरीब तबके के बच्चों को देखा। इसके बाद ही उन्हें शिक्षा दिलाने का ख्याल आया। भूदोली रोड सेंटर पर महिलाएं और युवतियां निशुल्क सिलाई सीख रही हैं।
बच्चों की करवाई आंखों की जांच
सिंघीवाल कॉलोनी में स्थित केन्द्र पर क्लास में अधिकतर बच्चें ब्लेक बॉर्ड के पास आकर देखने पर दीवान ने शुक्रवार को निशुल्क शिविर लगवाकर सभी बच्चों की जांच करवाई। डॉ अभिषेक अग्रवाल ने बच्चों की प्राथमिक जांच की। कमजोर आंख वाले बच्चों की अपने अस्पताल में जांच कर चश्मा देंगे।
गरीब तबके के बच्चे भी हों शिक्षित
पालिका अध्यक्ष सरिता दीवान बताती हैं कि उन्होंने निशुल्क शिक्षा का बीड़ा इसलिए उठाया ताकि गरीब तबके के बच्चे भी शिक्षित होकर समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें। इसमें उनके पति पूर्व अध्यक्ष त्रिलोक दीवान हर मोड़ पर साथ दे रहे हैं। साथ ही शक्ति की महिलाएं भी साथ देने में पीछे नहीं हैं। कई परिवार मजबूरी में बच्चों की पढ़ाई बंद करवाकर उन्हें काम पर लगा देते हैं। पैसों के अभाव में किसी बच्चे की शिक्षा प्रभावित न हो इसलिए जीवन पर्यंत ऐसे बच्चों को शिक्षा दिलाना चाहते हैं।