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गरीब परिवारों को राशन का इंतजार

locationसीकरPublished: Mar 03, 2021 05:48:01 pm

Submitted by:

Suresh

तकनीकी खराबी से हैंग हुई पीओएस मशीन, दो दिन से पॉस मशीनें बंद68 से ज्यादा पॉस मशीन हुई खराब, खाद्य सुरक्षा से जुड़े हजारों उपभोक्ता राशन के लिए दूकानों के लगा रहे चक्कर

गरीब परिवारों को राशन का इंतजार

गरीब परिवारों को राशन का इंतजार

सीकर. राशन दुकानों पर वितरण संबंधी गड़बड़ी रोकने के लिए दी गई 912 पीओएस मशीनों में से जिले की 68 मशीनें दो दिन से तकनीकी खामी में उलझी हुई है। इसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। खाद्य सुरक्षा से जुड़े हजारों उपभोक्ता राशन की दुकानों के चक्कर लगाने पर मजबूर है। लेकिन विभाग कोई राहत नहीं दे सका।
अधिकृत राशन विक्रेता संघ शाखा ने मंगलवार को जिला रसद अधिकारी के नाम पीओएस मशीनें खराब होने की शिकायत दर्ज करवाई। साथ ही कंपनी से मशीनों को जल्द ठीक करवाने की मांग भी रखी हैं। रमाकांत शर्मा ने बताया कि 28 फरवरी को शाम के समय एक साथ यह मशीने खराब हुई थी। मशीन में केवल स्क्रीन पर भामाशाह कालोगों दिखाई दे रहा है। इसकेअलावा ना तो इंटरनेट कनेक्ट हो रहा है और ना ही की-पैड से काम चल रहा है। पीओएस मशीनों के खराब होने से राशन वितरण का काम पूरी तरह से ठप हो चुका है।
चार लाख लोग जुड़े हैं
जिले में खाद्य सुरक्षा से कुल 4 लाख उपभोक्ता जुड़े हुए हैं। हर महीने जिले की कुल 912 राशन दूकानों पर 82 हजार क्विंटल राशन आवंटन होता हैं। दूकानों पर वितरण का समय सुबह साढ़े 9 से 5 बजे तक रहता हैं। हर महीने की 15 तारीख तक उपभोक्ताओं को राशन वितरण होता हैं। लेकिन सर्वर डाउन होने के चलते कई बार समय पर राशन वितरण नहीं हो पाता है। इसके चलते पूरे महीने भी राशन वितरण का काम जारी रखना पड़ता है।
4 जी सिम कार्ड अपडेट हो तो मिले राहत
पीओएस मशीन में सिम कार्ड की इंटरनेट स्पीड 2 जी होने के चलते राशन वितरण करने में लंबे समय से परेशानी हो रही हैं। जिले के नीमकाथाना, कांवट जैसे दूर-दराज गांवों में खाद्य सुरक्षा से जुड़े उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ता हैं। खाद्य सुरक्षा में दिन प्रतिदिन बढ़ते उपभोक्ताओं की संख्या को देखते हुए पीओएस मशीन में जल्द 4 जी सिम कार्ड अपडेट होना चाहिए।
राशन डीलर्स का आरोप है कि सर्वर डाउन होने से कई बार मशीन में अंगूठे का निशान लेने में बड़ी परेशानी होती हैं। मशीन में सुधार के लिए कॉल किया जाता है। इसके बावजूद भी सुध नहीं ली जाती। जिले में मशीनों के सुधार के लिए मात्र एक मैकेनिक है। इससे समय पर सुधार कार्य भी नहीं हो पाता। उपभोक्ता दुकानदारों को परेशान करते हैं। वे उन्हें संतोष जनक जवाब भी नहीं दे पा रहे हैं।
जल्द ही समस्या का हो जाएगा समाधान
तकनीकी खराबी के चलते जिले की 68 पीओएस मशीने खराब होने की सूचना मिली है। सूचना मिलने के बाद कार्रवाई के लिए उसी समय पत्र जारी कर दिया गया था। सीकर शहर की कुछ मशीने ठीक भी हो चुकी है। खाद्य सुरक्षा से जुड़े उपभोक्ताओं को परेशानी हुई है। लेकिन जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।
महेंद्र सिंह नूनियां, जिला रसद अधिकारी सीकर

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