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सीकर: कलेक्ट्रेट के सामने लोगों का हल्लाबोल प्रदर्शन, पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे ग्रामीण

locationसीकरPublished: May 11, 2018 12:51:15 pm

Submitted by:

vishwanath saini

जिला प्रशासन व जलदाय विभाग पेयजल समस्याओं का समाधान कराने में पूरी तरह विफल नजर आ रहे है।

water problem

सीकर. जिला प्रशासन व जलदाय विभाग पेयजल समस्याओं का समाधान कराने में पूरी तरह विफल नजर आ रहे है। जिलेभर में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इसके बाद भी जिम्मेदार आमजन को राहत नहीं दे पा रहे है। गुरुवार को आमजन का गुस्सा सडक़ पर आ गया। माकपा तहसील कमेटी के बैनर तले विभिन्न मोहल्लों के लोगों ने कलक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया इस दौरान नाराज लोगों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने मटके फोडकर भी नाराजगी जताई। इसके बाद माकपा नेता अब्दुल कप्यूम कुरेशी की अगुवाई में जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया गया।


नहीं तो करेंगे अभियंताओं का घेराव
नाराज लोगों ने बताया कि जल्द समस्याओं का समाधान नहीं होने पर जलदाय विभाग के अभियंताओं का घेराव किया जाएगा। लोगों का कहना है कि कई बार तो महज दस मिनट तक ही सप्लाई आती है। इस कारण हलक भी तर नहीं हो पा रहे है। कई वार्डो के लोग टैंकर मंगाने पर मजबूर है।

 

water problem

यहां ज्यादा समस्या
जिला मुख्यालय की दस से अधिक कॉलोनियों में ज्यादा पेयजल समस्या है। इनमें मोचीवाड़ा, मोहल्ला खटीकान, मोहल्ला पिनारान, मोहल्ला बिसायतियान, कुरेशियान, वार्ड 29, 30 व 31 के भी कई क्षेत्रों में समस्या है।


नहीं है कोई योजना
गांव-ढाणियों की पेयजल समस्या के लिए विभाग के पास कोई योजना नहीं है। टैंकर परिवहन की संख्या बढ़ाने के लिए फाइलों को इधर से उधर टरकाया जा रहा है। जबकि जिला कलक्टर ने पिछले दिनों ही आदेश दिए थे कि पेयजल संबंधी समस्याओं का एक ही दिन में समाधान हो।

 

 

लो प्रेशर से दिक्कतें
जिलेभर में लो प्रेशर के कारण ज्यादा दिक्कत आ रही है। जयपुर रोड निवासी महेन्द्र कुमार का कहना है कि 40 मिनट की सप्लाई में पांच बाल्टी ही पानी आ रहा है। ऐसे में कई परिवारों को टैंकर सप्लाई के भरोसे रहना पड़ रहा है। दूसरी तरफ शहर के परकोटे क्षेत्र में अवैध बूस्टरों के कारण भी समस्या बढ़ रही है।सडक़ों पर बहता पानी, कैसे पहुंचे घरों की नलों में पानीनीमकाथाना/गणेश्वर. शहर सहित उपखंड क्षेत्र में पानी का संकट प्रतिदिन गहरा रहा है। कई गावों में तीन से चार दिन के बाद पानी आ रहा है तो शहर में मात्र 20 मिनट ही सप्लाई दी जा रही है। इसे जलदाय विभाग की लापरवाही कहें या फिर कर्मचारियों की कोताही समझें कि 32 करोड़ योजना के तहत पानी होने के बावजूद लोगों के घरों में मटके सही से नहीं भर पा रहे है। इसके अलावा शहर व गांवों में हालत ये है कि पानी की पाइप लाइन में लीकेज होने से हजारों लीटर पानी सडक़ों पर यू ही व्यर्थ बह रहा है।

 

अगर जलदाय विभाग इस पर थोड़ा ध्यान दे तो कम समय में होने वाली पानी की सप्लाई में लोगों को पूरा पानी मुहैया हो सकता है। पाइप लाइन में लीकेजों का आलम शहर के एक या दो इलाकों का नहीं है,बल्कि लोगों के घरों की ओर जाने वाली हर दूसरी पाइप लाइन का है ।हैरानी की बात है कि हर घर तक पानी मुहैया करवाने के दावे करने वाला जलदाया विभाग का पाइप लाइनों में हो रहे लीकेज की ओर ध्यान ही नहीं हैं। लोगों का कहना है कि विभाग के अधिकारी पानी की पाइपों की लीकेज की तरफ ध्यान नहीं दे रहे है।


गावंड़ी रोड पर बह रहा पानी
नीमकाथाना से गांवड़ी की ओर जाने वाली सडक़ पर सडक़ पर पानी की पाइप टूटने के कारण प्रतिदिन सुबह शाम घंटो पानी सडक़ पर व्यर्थ बहता रहता है। इस समस्या को लेकर लोगों ने विभाग को कई बार अवगत करवा दिया। मगर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

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